प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 8238.77 करोड़ रुपये की लागत से 136 प्रोजेक्ट का काम चल रहा है। इनमें से 30 जून तक 726.54 करोड़ रुपये के 39 प्रोजेक्ट का काम पूरा हो गया है। इसे लेकर माना जा रहा है कि जुलाई के आखिरी में प्रधानमंत्री अपने संसदीय क्षेत्र का दौरा कर 39 प्रोजेक्ट जनता को समर्पित करेंगे। प्रधानमंत्री के आगमन के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 5 जुलाई को वाराणसी आ रहे हैं। जो प्रोजेक्ट पूरे हो चुके हैं मुख्यमंत्री उनका जायजा लेकर उनकी हकीकत देखेंगे। इसके साथ ही प्रधानमंत्री के दौरे की तिथि तय होगी।
इन प्रमुख प्रोजेक्ट का होना है लोकार्पण
भारत-जापान की मित्रता के प्रतीक रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर – 186
लाल बहादुर शास्त्री चिकित्सालय में आवासीय भवन – 11.97 करोड़
गंगा घाटों पर हेरिटेज साइनेज बोर्ड – 5.08 करोड़
अस्सी घाट से राजघाट तक क्रूज बोट का संचालन – 10.71 करोड़
अस्सी घाट से राजघाट तक गंगा में बनाया गया चैनल – 11.95 करोड़
स्मार्ट स्कूल मच्छोदरी – 14.21 करोड़
गोदौलिया में बहुमंजिली पार्किंग – 21.17 करोड़
भिखारीपुर तिराहा से एनएच 2 तक सड़क चौड़ीकरण का काम – 29.86 करोड़
जिला अस्पताल पांडेयपुर में 50 बेड का एमसीएच विंग – 17.39 करोड़
बीएचयू अस्पताल में 100 बेड का मेटरनिटी विंग – 45.50 करोड़
वाराणसी-गाजीपुर मार्ग पर आशापुर में आरओबी – 50.17 करोड़
कोरोना की तीसरी लहर की तैयारियों की करेंगे समीक्षा
मुख्यमंत्री विकास कार्यों का जायजा लेने के बाद कोरोना वायरस के संक्रमण की संभावित तीसरी लहर की तैयारियों की समीक्षा करेंगे। बीएचयू अस्पताल के साथ ही जिला और मंडलीय अस्पताल में उपलब्ध संसाधनों की जानकारी लेंगे। इसके साथ ही मुख्यमंत्री काशी विश्वनाथ का दर्शन-पूजन कर काशी विश्वनाथ धाम के काम का जायजा लेंगे। गौरतलब है कि काशी विश्वनाथ धाम प्रोजेक्ट का काम आगामी नवंबर महीने तक मुख्यमंत्री ने पूरा करने को कहा है। कोरोना वायरस के संक्रमण की दूसरी लहर का असर खत्म होने के बाद निर्माण कार्य में मजदूरों की संख्या बढ़ाकर 1200 कर दी गई है।
काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा ने बताया कि नींव डालने और दीवार खड़े करने जैसे बुनियादी काम काफी पहले हो गए थे। अब भवनों के ऊपरी हिस्से का काम और फिनिशिंग चल रही है। इसमें ज्यादा समय नहीं लगता है। हम पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि नवंबर में विश्वनाथ धाम का काम हर हाल में पूरा हो जाएगा। अभी मजदूरों की संख्या जरूरत के हिसाब से कार्यदायी संस्था द्वारा बढ़ाई जाएगी।