प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 दिसंबर को नवनिर्मित गरवी गुजरात भवन में मंत्रियों की एक बैठक की अध्यक्षता करेंगे। जहां वह पिछले छह महीनों में मंत्रालयों द्वारा किए गए कार्यों की प्रगति की समीक्षा करेंगे। यह बैठक सुबह 11 बजे से होगी। मंत्रालयों के सचिवों सहित मंत्रिपरिषद के सभी सदस्यों को इस महत्वपूर्ण बैठक में भाग लेने के लिए कहा गया है।
सभी केंद्र सरकार के मंत्रालयों को बैठक से पहले पिछले छह महीनों की अपनी उपलब्धियां भेजने के लिए कहा गया है। उन्हें अपने मंत्रालयों द्वारा किए गए कार्यों पर एक प्रस्तुति (प्रजेंटेशन) तैयार करने के लिए भी कहा गया है। इसके लिए मंत्रिपरिषद छह महीने की रिपोर्ट तैयार करने के लिए अपने-अपने मंत्रालयों में उच्च-स्तरीय बैठकें कर रहे हैं।
इस बैठक में भाजपा के वरिष्ठ नेता मौजूद होंगे। जिसमें कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा और महासचिव बीएल संतोष शामिल हैं जो बैठक में हिस्सा ले सकते हैं। छह महीने के अंतराल के बाद मंत्रिपरिषद की बैठक हो रही है। इस तरह की आखिरी बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री मोदी ने 13 जून को दोबारा सत्ता में आने के कुछ दिनों बाद की थी।
पिछली बैठक में प्रधानमंत्री ने हर मंत्रालय के संबंधित एजेंडे को रेखांकित किया था। उन्होंने ‘मिशन 2022’ के लिए अपनी प्राथमिकताएं बताईं और विभिन्न मंत्रालयों द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षा के लिए उन्हें हर तीन महीने में एक रिपोर्ट कार्ड पेश करने को कहा ताकि वह उच्च प्राथमिकता वाली योजनाओं की स्थिति की निगरानी कर सकें।
सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री आवास योजना और जल जीवन मिशन जैसी योजनाओं और परियोजनाओं के बारे में अधिक चिंतित हैं। जिसके अंतर्गत देश के हर घर में नल के जरिए पानी पहुंचाया जाएगा। 21 दिसंबर को इन सभी कार्यक्रमों की समीक्षा की जाएगी ताकि प्रधानमंत्री को यह पता चले कि संबंधित कैबिनेट मंत्रियों के तहत विभिन्न मंत्री कैसा प्रदर्शन कर रहे हैं।
उम्मीद है कि आगामी कैबिनेट फेरबदल के लिए प्रदर्शन को ध्यान में रखा जाएगा जो कुछ हफ्तों में होने वाला है। जून में मंत्रीपरिषद की पहली बाठक के दौरान मोदी ने सभी कैबिनेट मंत्रियों को समय पर अपने कार्यालय पहुंचने और घर से काम करने से बचने का निर्देश दिया था। उन्होंने उन्हें मंत्रालयों के सभी महत्वपूर्ण निर्णयों में अपने साथियों को शामिल करने के लिए भी कहा था।