इजरायली जासूसी सॉफ्टवेयर पेगासस के संभावित टारगेट्स में अपना नाम देखने के बाद फोन बदल चुके फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इजरायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट से बात की है। एक ग्लोबल मीडिया रिपोर्ट में पिछले सप्ताह दावा किया गया था कि 50 हजार सेलफोन की पेगासस से जासूसी की जा रही है, जिसे इजरायली कंपनी एनएसओ ने तैयार किया है। इस रिपोर्ट में कहा गया था कि फ्रांस के राष्ट्रपति और उनकी सरकार के 15 सदस्यों के फोन में भी यह स्पाइवेयर हो सकता है।
मैक्रों ने नफ्ताली को गुरुवार को फोन किया और उन्हें मामले को गंभीरता से लेने की अपील की। इजरायल के चैनल 12 ने शनिवार शाम को यह खबर दी। इजरायल के प्रधानमंत्री ने कहा कि ये आरोप उस समय के हैं, जब वह सत्ता में नहीं थे, लेकिन उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले में आवश्यक निष्कर्ष पर पहुंचा जाएगा।
मैक्रों ने गुरुवार को राष्ट्रीय सुरक्षा पर आपात बैठक बुलाई थी और पेगासस स्पायवेयर को लेकर चर्चा की थी। मोरक्कन सरकार ने उन रिपोर्टों का खंडन किया है कि देश के सुरक्षा बलों ने स्पाइवेयर का इस्तेमाल फ्रांस के राष्ट्रपति की जासूसी के लिए किया। इसी तरह एनएसओ ग्रुप ने भी इस बात का खंडन किया है कि फ्रेंच राष्ट्रपति सॉफ्टवेयर के टारगेट पर थे। इजरायली टेलीविजन नेटवर्क i24news से एनएसओ ग्रुप के सीसीओ चैम गेलफांड ने कहा, ”हम यह विश्वास के साथ कह सकते हैं कि फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों टारगेट नहीं थे।” मैक्रों के एक करीबी ने जासूसी के जोखिम को कमतर बताते हुए कहा था कि वह अपना फोन लगातार बदलते रहते हैं।