पुत्र की दीर्घायु की कामना को लेकर रखे जाने वाले जीवित्पुत्रिका व्रत का पर्व प्रदेशभर में बुधवार को हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया। महिलाओं ने निर्जला व्रत रह कर अपने पुत्रों की लंबी आयु की कामना की।
उमस भरी गर्मी से व्रती महिलाएं पूरी तरह से बेहाल हो गई थी। शाम होते ही नदी व तालाबों की तरफ स्नान करने के लिए निकल पड़ी।इसके बाद मंदिरों में कथा का श्रवण किया। इस दौरान मंदिरों में पूजन आदि को लेकर जबर्दस्त भीड़ रही। नगर के बालेश्वर मंदिर, हनुमान मंदिर सहित जनपद भर के मंदिरों में महिलाओं ने पूजन आदि किया। पर्व को लेकर महिलाओं में गजब का उत्साह रहा। मौसम प्रतिकूल हो जाने से व्रतियों को काफी दिक्कतें भी हुई पर आस्था सब पर भारी पड़ी। नए से लेकर पुरानी वृद्ध महिलाएं तक भी अपने बच्चों के कुशलता के लिए निर्जला व्रत रखा। घर जाकर जीउतिया को अपने बच्चों के गर्दन में पहनाकर मंगलकामना की।
विभिन्न मंदिरों में व्रती महिलाएं समूह में जुटकर पूजन अर्चन किया। बुढ़वा शिवजी के मंदिर में व्रती महिलाएं समूह में जुटकर पूजन अर्चन किया।