आंध प्रदेश के कुरनूल में पन्यम रेलवे स्टेशन के पास 4 सदस्यों वाले एक पूरे परिवार ने चलती ट्रेन के सामने कूदकर अपनी जान दे दी थी. इस सामूहिक आत्महत्या कांड के बाद एक वीडियो सामने आया था, जिसमें परिवार के मुखिया अब्दुल सलाम ने नंदयाल शहर के पुलिस निरीक्षक सोमशेखर रेड्डी और कांस्टेबल गंगाधर पर शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न किए जाने का आरोप लगाया था.
आंध्र प्रदेश में पुलिस उत्पीड़न को लेकर हुए सामूहिक आत्महत्या कांड पर विपक्ष ने सत्ताधारी दल को घेरना शुरू कर दिया है. ऑटो चालक के खिलाफ चोरी की शिकायत को लेकर कर रही जांच में पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप लगाया गया था, जिसके बाद ऑटो चालक के पूरे परिवार ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी. इस मामले में परिवार के मुखिया का वीडियो सामने आने के बाद राजनीतिक बवाल मचा हुआ है. टीडीपी (Telugu Desam Party) ने सत्ता दल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए चलो नंदयाल का आव्हान किया है.
आंध प्रदेश के कुरनूल में पन्यम रेलवे स्टेशन के पास 4 सदस्यों वाले एक पूरे परिवार ने चलती ट्रेन के सामने कूदकर अपनी जान दे दी थी. इस सामूहिक आत्महत्या कांड के बाद एक वीडियो सामने आया था, जिसमें परिवार के मुखिया अब्दुल सलाम ने नंदयाल शहर के पुलिस निरीक्षक सोमशेखर रेड्डी और कांस्टेबल गंगाधर पर शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न किए जाने का आरोप लगाया था.
बताया गया है कि नंदयाल के रोजकुंटा इलाके में ज्वैलरी की दुकान से चोरी हुई थी, इस मामले में अब्दुल को भी पुलिस ने आरोपी बनाया था. पुलिस ने ऑटो चालक को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन बाद में वह जमानत पर छूट गया. आत्महत्या करने से पहले ऑटो चालक अब्दुल सलाम ने एक वीडियो बनाया, जिसमें पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप लगाया, इसके बाद पत्नी नूरजहां (38), बेटी सलमा (14) और बेटे कजालंदर (10) के साथ ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली.
इस पूरे मामले को मुख्यमंत्री वाई जगनमोहन रेड्डी ने गंभीरता से लेते हुए आरोपी इंस्पेक्टर सोमशेखर रेड्डी और हेड कांस्टेबल गंगाधर को निलंबित कर गिरफ्तार करने के आदेश दिये. इस मामले की जांच के लिए IGP Sankha Brata Bagchi और IPS आरिफ हाफिज को नियुक्त किया गया है. इस मामले में डीजीपी गौतम सवांग ने कहा कि मामले के दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा.
वहीं इस मामले में टीडीपी नेताओं का कहना है कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है. पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए आंदोलन किया जायेगा. साथ ही कहा गया कि पिछले 18 महीनों को देखा जाये, तो राज्य में तेजी से पुलिस उत्पीड़न के मामले बढ़े हैं. राज्य की पुलिस शराब तस्करी में सक्रिय पाई गई, तो वहीं पूर्वी गोदावरी में पुलिस स्टेशन के अंदर एक दलित युवक का मुंडन कर दिया गया.
इसके बाद पुलिस ने कुरनूल में एक परिवार को इस कदर प्रताड़ित किया, कि पूरे परिवार ने अपनी जान दे दी. उधर सोमवार को आरोपी पुलिसकर्मियों को जमानत दे दी गई, जिसके बाद प्रशासन की ओर से आरोपी पुलिसकर्मियों की जमानत रद्द करने की याचिका दाखिल की है. प्रशासन का मानना है कि यदि आरोपी पुलिसकर्मी जेल से बाहर आ जाते हैं, तो इस मामले के गवाहों को डराने का काम कर सकते हैं.