पुलवामा आतंकी हमला मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआइए को बड़ी कामयाबी मिली है। शुक्रवार को इस मामले के एक आरोपी शाकिर बशीर माग्रे को गिरफ्तार किया।
शाकिर ने ही आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार (Adil Ahmad Dar) को अपने यहां पनाह दी थी और हमले के लिए जरूरी मदद पहुंचाई थी।
आरोपी शाकिर (Shakir Bashir Magrey) ने पूछताछ में खुलासा किया है कि उसने साल 2018 के अंत से फरवरी 2019 तक अपने घर में आदिल अहमद डार (Adil Ahmad Dar) और पाकिस्तानी आतंकवादी मोहम्मद उमर फारूक (Pakistani terrorist Mohd Umar Farooq) की शरण दी थी। इतना ही नहीं शाकिर ने इन दोनों आतंकियों को विस्फोटक IED जमा करने में उनकी मदद की थी।
वहीं सूत्रों की मानें तो पुलवामा में CRPF के 40 जवानों की हत्या की पूरी साजिश से जल्द पर्दा उठ सकता है।आरोपियों से आगे की पूछताछ की जा रही है। बता दें कि इस हमले में शामिल हमलावर समेत पांच संदिग्ध मारे जा चुके हैं। अब जिंदा सुबूत के तौर पर शाकिर बशीर माग्रे की गिरफ्तारी से मामले की छानबीन में नया मोड़ आ गया है।
मालूम हो कि पिछले साल 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में CRPF के काफिले पर हुए हमले में CRPF के 40 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले को अंजाम देने हमलावर आदिल अहमद डार तो मौके पर ही मर गया था। हमले की साजिश में मुख्य भूमिका निभाने वाला मुदासिर अहमद खान 25 दिन बाद पिछले साल 10 मार्च को मुठभेड़ में मार गिराया गया था। बाद में 26 फरवरी की रात को भारतीय वायुसेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकियों के ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था।