लखनऊ । नोटबन्दी के मन्दी की मार झेल रहे रियल स्टेट कारोबार मानो थम जा थी। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 9 लाख रुपए तक के कर्ज पर ब्याज में 4 प्रतिशत की छूट के एेलान के बाद रियल एस्टेट कारोबार के फिर से संजीवनी मिलने की आस है।
देश के नाम अपने संबोधन में पीएम मोदी ने घोषणा की कि, 2017 में घर बनाने के लिए 9 लाख रुपए तक के कर्ज पर ब्याज में 4 प्रतिशत की छूट और 12 लाख रुपए तक के कर्ज पर ब्याज में 3 प्रतिशत की छूट दी जाएगी।
प्रधानमंत्री के इस फैसले का रियल एस्टेट कारोबार से जुड़े लोगों के अलावा आम लोगों ने भी स्वागत किया है। पिछले कई साल से भोपाल में रह रहे मकरंद काफी वक्त से अपने घर का सपना साकार होने का ख्वाब देख रहे थे लेकिन ब्याज के बोझ की वजह से वह घर खरीदने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे।
अब प्रधानमंत्री के ब्याज में छूट के एेलान के बाद मकरंद बताते हैं कि प्रधानमंत्री ने उनकी एक बड़ी चिंता दूर कर दी है। मकरंद की तरह मध्यम आयवर्ग के लाखों लोगों का अपना खुद का घर होने का सपना हकीकत में बदलेगा।
आर्थिक मामलों के जानकार आलोक ठक्कर ने मोदी सरकार के इस फैसले को रियल एस्टेट कारोबार में बूम लाने वाला कदम बताया है। आलोक बताते हैं कि ब्याज में छूट के फैसले से रियल एस्टेट के मिड प्रोजेक्ट को काफी फायदा मिलेगा। उनके मुताबिक, शहरों में एक या दो बेडरूम वाले बहुमंजिला इमारत प्रोजेक्ट पर इस फैसले का सकारात्मक असर पड़ेगा। ऐसे प्रोजेक्ट में कर्ज पर ब्याज में छूट की वजह नए खरीदार घर खरीदने की हिम्मत जुटा सकेंगे।