कोरोना की दूसरी लहर धीमी पड़ने के बाद पर्यटन कारोबार रफ्तार पकड़ रहा था। लेकिन थल-मुनस्यारी सड़क की बदहाली इस पर असर डाल रही है। इस सड़क के डेंजर जोन पर्यटकों की परीक्षा ले रहे हैं। आलम यह है आएदिन बंद हो रही सड़क और डेंजर जोन पर खतरे को देखते हुए पिछले 10 दिनों में 500 से अधिक पर्यटकों को बीच रास्ते लौटना पड़ा, जिसका असर पर्यटन कारोबार पर पड़ा है। दूसरी लहर धीमी पड़ते ही पर्यटकों के आने से पर्यटन कारोबार को रफ्तार मिलने की उम्मीद जगी थी। लेकिन शुरुआती मानूसन में ही सड़क के जगह-जगह बंद हो जा रही है।
बदहाल सड़क पर बने 10 से अधिक डेंजर जोन पर्यटकों के साथ ही पर्यटन कारोबारियों की मुसीबत बढ़ा रहे हैं। डेंजर जोनों पर खतरे को देखते हुए पिछले 10 दिनों में पर्यटन नगरी के प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने की उम्मीद लिए मुनस्यारी जा रहे 500 से अधिक पर्यटकों को बीच रास्ते से ही लौटना पड़ा। जिसका सीधा असर पर्यटन कारोबार पर पड़ा है। बावजूद इसके सड़क सुधारीकरण के प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं।
50 से अधिक बुकिंग हुईं कैंसल:मुनस्यारी के होटल संघ अध्यक्ष जगदीश रावत ने कहा सड़क खराब होने से कई पर्यटक यहां नहीं आ रहे हैं। कहा सुधारीकरण के नाम पर करोड़ों खर्च किए पर सड़क नहीं सुधरी। कहा कि पिछले 10 दिनों में बदहाल सड़क के चलते 50 से अधिक बुकिंग कैंसल हुई हैं।
ये हैं डेंजर जोन: नाचनी, नयाबस्ती, हरड़िया, रातीगाड़, गिनी बैंड, बिर्थी, बनीक, रातापानी, पातलथौड़।
नाचनी और नया बस्ती में लगातार गिर रहा है मलबा:हल्की बारिश में थल-मुनस्यारी सड़क आएदिन बंद हो जा रही है। नाचनी, नयाबस्ती व हरड़िया के पास पहाड़ी के ट्रीटमेंट के प्रयास नहीं हुए हैं। नयाबस्ती व नाचनी के पास लगातार मलबा गिर रहा है, जिससे दुर्घटना का खतरा है।
मुनस्यारी की प्राकृतिक सुंदरता सबसे अलग है। लेकिन यहां तक पहुंचने के लिए खराब सड़कों की वजह से काफी परेशानी झेलनी पड़ी। सड़क ठीक हो तो निश्चित तौर पर यहां पर्यटकों की आवाजाही और ज्यादा बढ़ेगी।
पर्यटन नगरी को जोड़ने वाली सड़क काफी अच्छी होनी चाहिए। लेकिन यहां हमने पाये कि ऐसा नहीं है। सड़क ठीक नहीं होने की वजह से हमारे कई साथियों को आधे रास्ते से वापस लौटना पड़ा