जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के इतिहास में पहली बार मानसून सीजन में कॉर्बेट पार्क को डे विजिट के लिए खोला गया है। इसी के साथ ही अब रात्रि विश्राम की व्यवस्थाओं को लेकर भी तैयारियां तेज हो गई हैं। बारिश की स्थिति को देखकर ढिकाला समेत अन्य जोनों में जल्द ही नाइट स्टे की व्यवस्थाएं शुरू की जाएंगी।
कॉर्बेट पार्क में बीते मंगलवार को बिजरानी, झिरना समेत पांच जोन में जंगल सफारी शुरू कर दी। इससे कोरोना काल में परेशान पर्यटन व्यवसायियों के चेहरों पर रौनक दिखाई दी। पहले दिन 500 से अधिक पर्यटकों ने कॉर्बेट पार्क के दीदार किए। कोविड-19 में पर्यटकों से ही पार्क को राजस्व प्राप्ति होगी तो कॉर्बेट खुलने से रामनगर के 150 से अधिक रिजॉर्ट होटलों में भी सैलानियों की चहल-पहल दिखाई देगी।
पार्क निदेशक राहुल ने बताया कि कॉर्बेट नेशनल पार्क को 15 जून को पर्यटकों के सैर के लिए बंद किया जाता है, जबकि 15 नवंबर को परंपरागत तरीके से खोला जाता है। यह सिलसिला कॉर्बेट में पर्यटन शुरू होते ही हो गया था। कोरोना काल में दो बार कॉर्बेट को लंबे समय तक बंद रखा गया। इससे कॉर्बेट को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है।
पर्यटकों और पर्यटन को ध्यान में रखते हुए सरकार ने बीते मंगलवार को डे विजिट शुरू की है। बताया कि सब कुछ ठीक ठाक रहेगा तो जल्द ही रात्रि विश्राम की व्यवस्थाएं भी शुरू कर दी जाएंगी। इसके लिए पार्क प्रशासन तैयारियां कर रहा है। आदेश आते ही व्यवस्था लागू कर दी जाएगी।
दिल्ली के पर्यटक आ रहे
कॉर्बेट में दिल्ली में रहने वाले पर्यटक पार्क घूमने आ रहे हैं। पार्क प्रशासन के अनुसार दिल्ली के पर्यटक सबसे अधिक बुकिंग करा रहे हैं। बताया कि कॉर्बेट की बुकिंग 50 फीसदी हो गई है। बिजरानी घूमने के सबसे अधिक लोग इच्छुक हैं।
रिजॉर्ट में 40 फीसदी हो गई बुकिंग
कोरोना संक्रमण कम होते ही पर्यटक रामनगर की ओर आने लगे हैं। रिजॉर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष हरिमान सिंह ने बताया कि होटलों व रिजॉर्ट में कोरोना के चलते करोड़ों का कारोबार का नुकसान हुआ है। बताया कि संक्रमण कम हुआ तो 40 प्रतिशत सभी रिजॉर्टों की बुकिंग हो गई है।