शहर में आस्था के प्रमुख केंद्र श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर पनकी धाम और श्री आनंदेश्वर मंदिर परमट में आस्था पर अर्थव्यवस्था भारी पड़ रही है। पनकी मंदिर में एक महंत ने दूसरी पर दान पात्र से चोरी का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो दो दिन बाद से अनशन पर बैठेंगे। वहीं, दूसरी तरफ परमट मंदिर में श्याम गिरि महाराज ने खुद को मंदिर का महंत घोषित कर दिया। जूना अखाड़ा ने इसका खंडन किया है। तनाव को देखते हुए परमट मंदिर में पीएसी तैनात कर दी गई है।
श्याम गिरि ने खुद को घोषित किया परमट मंदिर का महंत, जूना अखाड़ा ने खंडन किया
बाबा आनंदेश्वर मंदिर परमट की गद्दी को लेकर 2011 से विवाद चल रहा है। जूना अखाड़ा ने हस्ताक्षेप करके प्रयागराज के रमेश पुरी को महंत बनाया था। बीते वर्ष उनका निधन हो गया। तब से जूना अखाड़ा की ओर से मंदिर की देखरेख की जा रही है। इधर श्याम गिरी ने दो दिन पूर्व खुद को मंदिर का महंत घोषित कर दिया तो विवाद ने ने तूल पकड़ लिया। जूना अखाड़े के पदाधिकारियों ने इसका खंडन किया है। कहा कि मंदिर में महंत की नियुक्ति जूना अखाड़ा करता है। विवाद को देखते हुए मंदिर में पीएसी तैनात कर दी है। पूर्व महंत श्याम गिरी महाराज से बातचीत करने के लिए मंगलवार को जूना अखाड़े से सभापति प्रेम गिरी महाराज, महंत प्रेम गिरी महाराज, पूर्व सभापति उमा शंकर भारती, महामंत्री मोहन भारती और जूना अखाड़े से लगभग दो दर्जन से ज्यादा संत महात्मा मंदिर परिसर में एकत्र हुए हैं। उम्मीद है कि आज ही मंदिर का महंत कौन बनेगा जूना अखाड़ा तय कर देगा।
पनकी मंदिर के महंत पर दान पात्र से चोरी का आरोप, एफआईआर की मांग
श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर पनकी धाम में मंदिर में लंबे समय से चल यहां दो महंतों के बीच का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। पनकी मंदिर में बीते गुरुवार को महंत कृष्णदास ने दूसरे महंत जितेंद्र दास पर मंदिर के दानपात्र से रुपए चोरी करने का आरोप लगाते हुए इसका सीसीटीवी फुटेज वायरल किया था। अब चेतावनी दी है कि दूसरे महंत पर एफआईआर नहीं हुई तो अनशन पर बैठेंगे। इससे पहले भी दोनों महंतों के बीच चढ़ावे की रकम को लेकर मारपीट हो चुकी है। कमिश्नर असीम अरुण के आदेश पर पनकी थाना प्रभारी दधिबल तिवारी मामले की जांच कर रहे हैं। पनकी थाना प्रभारी दधिबल तिवारी ने बताया कि मंगलवार को जांच रिपोर्ट कमिश्नर को भेज दी गई है। अफसरों के निर्देश के बाद आगे की कार्रवाई होगी।
आरोप लगाने वाले महंत को भेजा 10 करोड़ की मानहानि का नोटिस
पनकी मंदिर के दानपात्र से रुपये निकालने का आरोप लगाने वाले महंत कृष्णदास महाराज के खिलाफ जितेंद्रदास ने 10 करोड़ रुपये का मानहानि का नोटिस भेजा है। जितेंद्रदास ने बताया कि जो दानपात्र मंदिर के गर्भ गृह में रखा है। वह दिसंबर 2020 से नहीं खोला गया है। इस कारण उसके नोट बाहर गिरने लगे हैं। उन्हीं रुपये को निकालकर उन्होंने दूसरे दानपात्र में डाले थे।
मंदिर के महंतों की मठाधीशी
मंदिरों मे महंतों की मठाधीशी और विवाद से आस्था को ठेस पहुंच रही है। यह कोई पहला मामला नहीं है जब पनकी और परमट मंदिर का विवाद सामने आया है। इससे पहले पनकी मंदिर में महंतों का मारपीट करते हुए सीसीटीवी फुटेज वायरल हुआ था। मंदिर के महंत जितेंद्र दास और कृष्णा दास में लंबे समय से विवाद चला आ रहा है। वहीं परमट मंदिर में भी इससे पहले गद्दी को लेकर विवाद और गोली तक चल चुकी है। यह दोनों मंदिर कानपुर में आस्था का प्रमुख केंद्र हैं और इस तरह के विवाद से पब्लिक की आस्था को ठेस पहुंच रही है।