बिहार में पुलिस लाइन में गुरुवार को हुई अगलगी के दौरान एके 47, राइफल, पिस्टल और कुछ गोलियां जल कर राख हो गईं। सिपाही रवि कुमार की पिस्टल, सिपाही मनोज कुमार की एके-47, सिपाही कन्हैया कुमार की राइफल और सिपाही संतोष कुमार भारती की गोलियां जली हैं। एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने बताया कि कितने हथियार और गोलियां जली हैं, इसी छानबीन की जा रही है।
इसके अलावा उन सिपाहियों से भी नुकसान का ब्योरा मांगा गया है, जिनके सामान जले हैं। पुलिस लाइन के डीएसपी ने बताया कि रात तक किसी भी सिपाही ने लिखित रूप से यह नहीं दिया था कि उनके कौन से सामान जले हैं। हथियारों के जलने को लेकर भी रात तक स्थिति स्पष्ट नहीं थी। बुद्धा कॉलोनी थाने में इस बाबत किसी प्रकार का लिखित आवेदन भी नहीं दिया गया था। हथियार जलने को लेकर हर हाल में थाने में इसकी सूचना दी जाएगी।
नुकसान का आकलन जारी
इसके अलावा अगलगी में हुए नुकसान का आकलन अभी किया जा रहा है। अब तक अगलगी का कारण भी स्पष्ट नहीं हो सका है। आग खाना बनाने के दौरान लगी या शार्ट सर्किट से, इस बात का पता लगाया जा रहा है। शुक्रवार की सुबह हादसा स्थल को देखने के लिए पुलिस लाइन में लोगों की भीड़ जमा थी। पुलिसकर्मियों और अन्य जवान वहां इकट्ठा होकर अगलगी के दौरान होने वाले नुकसान को देख रहे थे।
किसी तरह झोपड़ियों से भागे थे पुलिसकर्मी
जिस जगह आग लगी थी वहां झोपड़ियां एक दूसरे से काफी नजदीक बनाई गयी थी। इस कारण मिनट भर में सभी झोपड़ियों में आग लग गई। किस्मत ठीक थी कि आग तीन मंजिले बैरक के अंदर स्थित दो ही कमरों में ही लगी थी और उसे तुरंत काबू में कर लिया गया। अगर आग आगे बढ़ती तो नुकसान और भी ज्यादा हो सकता था। आग इतनी तेजी से फैली कि पुलिसकर्मियों को अपने हथियार लेने तक का मौका नहीं मिला। जो जहां था उसी अवस्था में बाहर की ओर भागा। प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि अगर किसी को भी भागने में थोड़ी देरी होती तो उसकी जान खतरे में आ सकती थी।
गुरुवार को पुलिस लाइन में लगी थी आग
गौरतलब है कि गुरुवार की रात 8 बजकर 10 मिनट पर पुलिस लाइन के पिछले हिस्से में भयंकर आग लगी थी। आग पुलिस लाइन के मेस और वहीं पर बनी झोपड़ियों में लगी। लपटें इतनी भयंकर थी कि उसे काबू करने के लिए एक दर्जन दमकल की गाड़ियों को बुलाना पड़ा। काफी मशक्कत के बाद आग को काबू में किया गया। हालांकि तब तक सारे सामान जलकर राख हो चुके थे। मौके पर पटना के आईजी, एसएसपी समेत अन्य आला अफसर भी पहुंचे थे। सभी अफसरों ने हालात का जायजा लिया।