बिहार की राजधानी पटना के फुलवारी में रहने वाली चिंकी और गर्दनीबाग के राहुल की कहानी किसी फिल्मी स्टोरी से कम नहीं है। दूसरे धर्म के व्यक्ति से विवाह करने वाली चिंकी के पति की मौत हो चुकी है। उसके दो छोटे बच्चे हैं। वो निजी नौकरी करके बच्चों को पाल रही है। राहुल उसका दोस्त है। दुबई में अच्छी नौकरी दिलाने का झांसा देकर चिंकी के जीजा ने दोनों को जाल में फंसाया। नौकरी के लिए टूरिस्ट वीजा पर ही दुबई भेज दिया।
चिंकी की गर्दिश के दिन इसके साथ ही शुरू हो जाते हैं। वहां एजेंट चिंकी को अलग फ्लैट में ले गया। उसका पासपोर्ट और पर्स से पैसे भी निकाल लिए। उसके इरादे भांप राहुल की मदद से चिंकी वहां से भाग निकली। करीब डेढ़ महीने वहां फंसे रहने के बाद भारतीय दूतावास की मदद से वह पटना लौट सकी है।
चिंकी व राहुल ने ‘हिन्दुस्तान’ से आपबीती सुनाई, वो रोंगटे खड़े करने वाली है। विदेश भेजने के नाम पर उनसे करीब साढ़े तीन लाख रुपए वसूले गए। इसमें से कुछ राशि उन्होंने सीधे आरोपी के खाते में ट्रांसफर की। 31 दिसंबर 2020 को लखनऊ के अमौसी हवाई अड्डे से उन्हें दुबई की फ्लाइट में बिठा दिया गया। वहां राहुल से दिए गए पते पर टैक्सी से पहुंचने के लिए कहा गया तो चिंकी को गाड़ी से ले जाया गया। रास्ते में ही देखने के बहाने पासपोर्ट ले लिया। फ्लैट पर पहुंचकर उससे नहाकर फ्रेश होने के लिए कहा गया। बकौन चिंकी जब वो नहाकर लौटी तो पर्स से पैसे गायब थे। राहुल को दूसरी जगह गेस्ट हाउस में भेजा गया था, जहां चंद कमरों में 30-40 लड़कों को ठूंस रखा था।
चिंकी ने किसी तरह राहुल से संपर्क साधा औरचकमा देकर भाग निकली। दोनों वहां किसी भारतीय बंगाली परिवार के संपर्क में आए। उन्होंने मदद की और कुछ दिन अपने यहां पनाह दे दी। बकौल चिंकी वहां पंजाब, हरियाणा, केरल सहित कई राज्यों की और भी तमाम लड़कियां ऐसे ही फंसी हैं, जो नौकरी के झांसे में आकर टूरिस्ट वीजा पर वहां चली गई और गलत हाथों में फंस गईं। चिंकी ने बताया कि उसकी बड़ी बहन को भी जीजा ने विदेश भेजा था लेकिन उसका कोई अता-पता नहीं है।
दर्ज हुआ मुकदमा
दुबई स्थित भारतीय दूतावास से मिली सूचना और चिंकी व राहुल से मिली शिकायत पर प्रोटेक्टर ऑफ इमीग्रेंट्स कार्यालय की ओर से आरोपी के खिलाफ फुलवारी थाने में केस दर्ज कराया गया है।
विदेश जा रहे हैं तो बरतें सावधानी
प्रोटेक्टर ऑफ इमीग्रेंट्स ताविशी बहल पांडेय का कहना है कि जैसे चिंकी और राहुल के साथ हुआ वैसा किसी और के साथ ना हो, इसके लिए पूरी सावधानी बरतें। अधिकृत रिक्रूटमेंट एजेंट के जरिए ही जाएं। टूरिस्ट वीजा पर नौकरी के लिए ना जाएं। अपने वीजा-पासपोर्ट की श्रम भवन स्थित कार्यालय से जांच करा लें। वीजा-पासपोर्ट की कई कॉपी करा लें। एक प्रति घरवालों के पास भी छोड़कर जाएं। विदेश में पासपोर्ट, वीजा या कोई भी दिक्कत होने पर एम्बेसी को संपर्क करें।