लखनऊ: सपा पार्टी में पहले अंर्तकलह और अब पार्टी चिन्ह को लेकर मचा घमासान थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। इसी घमासान के बीच सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव दिल्ली पहुंचे। यहां पहुंचकर मुलायम सिंह ने अमर सिंह और शिवपाल यादव के साथ मुलाकात की। यादव ने इस दौरान नारे लगा रहे कार्यकर्त्ताओं को बुलाया और कहा कि अखिलेश यादव मेरा ही बेटा है। अब हम क्या करें, वो जो कर रहा है उसे करने दो, हम क्या कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अब सब कुछ अखिलेश का पास है मेरे पास तो सिर्फ गिनती के विधायक हैं।
जानकारी के अनुसार मुलायम सिंह ने सीएम अखिलेश यादव के खिलाफ कुछ भी नहीं कहा। उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि कई जगह सड़कों का विकास हुआ है तो उसमें पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर शिवपाल यादव का भी योगदान है। जब मुलायम शिवपाल यादव की तारीफ कर रहे थे तब शिवपाल उनके साथ ही बैठे थे। इसके बाद वहां पर अमर सिंह आ गए। उनके आते ही मुलायम सिंह ने कहा कि विधानसभा चुनाव की घोषणा 4 दिन पहले हो चुकी है। अब समय बिल्कुल नहीं है। अब कुछ नहीं होने वाला, आप लोग चुनाव की तैयारियों में जुटिए। इसी बीच अमर सिंह ने कहा कि मैं जो भी बोला हूं या बोल रहा हूं, समझ लीजिए वह नेताजी बोल रहे हैं और जो नेताजी बोल रहे हैं, वही मैं बोल रहा हूं। मैं नेताजी का प्रतिनिधि हूं।
सोमवार को चुनाव आयोग जाएंगे मुलायम सिंह
बताया जा रहा है कि मुलायम सिंह का गुट सोमवार को पार्टी पर दावा ठोकने के लिए चुनाव आयोग में हलफनामा दाखिल करेगा। उल्लेखनीय है कि इससे पहले रामगोपाल यादव ने दावा किया कि उनके पास 229 में से 212 विधायकों, 68 विधान परिषद सदस्यों में से 56 और 24 सांसदों में से 15 के दस्तखत हैं। इसके अलावा 5,000 प्रतिनिधियों में से अधिकांश के दस्तखत हैं। इससे स्पष्ट हो गया है कि असली सपा कौन सी है। इटावा में मुलायम के भाई अभयराम यादव ने शिवपाल की तारीफ की और परिवार एवं पार्टी के मौजूदा संकट का दोष अखिलेश पर मढ़ा। सवालों के जवाब में उन्होंने संवाददाताआें से कहा कि अखिलेश अडियलपन दिखा रहे हैं। शिवपाल अखिलेश को स्कूल ले जाते थे और उनकी देखभाल करते थे।