नई दिल्लीः सब कहते हैं कि आतंकवाद की जड़ पाकिस्तान में हैं लेकिन क्या पाकिस्तान को आतंकी राष्ट्र घोषित किया जा सकता है. इससे जुड़े दो बिल आज भारत और अमेरिका की संसद में पेश हए. और एक 50 साल पुराना स्पेशल बिल पास भी हुआ. विपक्ष के वॉकआउट के बीच सरकार ने आज 50 साल पुराने शत्रु संपत्ति कानून संशोधन बिल को राज्यसभा में पास करवा लिया.
इस संशोधन बिल में उन लोगों की छोड़ी गई चल-अचल संपति पर उत्तराधिकार के दावों को रोकने का प्रावधान है, जो 1947 और उसके बाद हुए युद्ध के बाद पाकिस्तान और चीन चले गए थे.
शत्रु संपत्ति कानून बिल को तो सरकार ने राज्यसभा में पास करवा लिया. लेकिन पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित करने वाले प्राइवेट बिल को खारिज कर दिया. इस बिल को राज्यसभा सांसद राजीव चंद्रशेखर ने पेश किया था. बिल में पाकिस्तान जैसे देशों को आतंकी घोषित करने और उनसे राजनयिक और आर्थिक संबंध तोड़ने की मांग की गई थी.
गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर का कहना था किसी भी देश को आतंकी घोषित करने के दूरगामी परिणाम हो सकते हैं. संयोग की बात ये है कि भारत की तरह आज अमेरिका की संसद में भी पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित करने वाला एक बिल पेश किया गया. सांसद टेड पो का ये बिल अगर अमेरिकी संसद पास करती है तो ट्रंप प्रशासन को बिल पर अपना रुख साफ करने के लिये 120 दिन के अंदर ब्यौरेवार रिपोर्ट देना होगी.