गाजीपुर में गंगा नदी में लकड़ी के बक्से में बहते मिली मासूम बच्ची ‘गंगा’ काप्रदेश सरकार लालन-पालन समेत शिक्षा का खर्च उठाएगी। बच्ची को गंगा से निकालकर जान बचाने वाले मल्लाह गुल्लू चौधरी को भी इनाम में प्रशासन की ओर से एक नई नाव मिलेगी। सरकार की ओर से उसे अन्य सुविधाएं भी दी जाएगी।
वहीं दूसरी ओर अस्पताल में इलाज के बाद मासूम की हालत में सुधार है और उसे चाइल्ड केयर वार्ड में रखा गया है। स्वस्थ होने के बाद उसे शिशु गृह ‘होम’ में भेजा जाएगा। डीएम एमपी सिंह ने पुलिस के साथ ददरी घाट पर पहुंचे और स्थानीय लोगों से पूरी घटना के बारे में जानकारी ली। हालांकि बच्ची किसकी है इस बात पता नहीं चल सका।
गाजीपुर के गंगा घाट पर बच्ची मिलने की जानकारी पाकर प्रदेश सरकार भी हरकत में आई और जिलाधिकारी एमपी सिंह से घटनाक्रम के बाबत जानकारी ली।
डीएम ने बताया कि प्रदेश सरकार और राज्य बाल संरक्षण आयोग से उन्हें बच्ची की बेहतर परवरिश व इलाज का निर्देश मिला है। सरकार ने बच्ची के इलाज और भरण पोषण का पूरा खर्च उठाने की घोषणा की है।
उधर, ददरी घाट पर मिली मासूम बालिका का जिला महिला अस्पताल के एनआईसीयू वार्ड में इलाज किया जा रहा है। बंद बाक्स और पानी में सर्दी लगने से मासूम की तबियत बिगड़ गई थी, जिसके कारण उसका इलाज किया गया था।
बुधवार को डीएम ने एनआईसीयू में जाकर मासूम को देखा और चिकित्सकों से उसका स्वास्थ्य की जानकारी ली।