नंदूरबार जिलाधिकारी की दूरदर्शी सोच से आक्सीजन बिना किसी की नही हुई मौत

लखनऊ डिजिटल टीम 29 अप्रैल।जब हिंदुस्तान में कोविड़ लोगो की सांसो को तोड़ रहा था।आक्सीजन के लिए हेल्थ विभाग लोगो को मेडिकल सुविधा देने में दम तोड़ चुकि है। ऐसी काल की घड़ी में महाराष्ट्र में नंदूरबार के जिलाधिकारी की कुछ महीने पहले ऑक्सीजन संयंत्र लगाने की दूरदर्शिता से जिले में कोविड-19 की स्थिति से निपटने में उस वक्त मदद मिली जब महाराष्ट्र और कई अन्य राज्य जीवनदायिनी गैस की किल्लत से जूझ रहे थे।
यहां तक कि कोविड-19 की पहली लहर के कमजोर पड़ने पर भी नंदूरबार के जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र भरुद पिछले सितंबर में सरकारी अस्पताल में 600 लीटर प्रति मिनट क्षमता वाले तरलीकृत ऑक्सीजन संयंत्र को लगवाने में व्यस्त थे। नंदूरबार मुंबई से करीब 400 किलोमीटर दूर है।

2013 बैच के आईएएस अधिकारी ने माना कि आदिवासी बहुल जिले में इस तरह की सुविधा की कमी थी और ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए अन्य जगहों पर निर्भरता से कोविड-19 से मौत के मामलों में वृद्धि होगी। उनका यह फैसला इस वक्त सही साबित हो रहा है।

जिला प्रशासन ने दो और संयंत्र लगाये हैं – एक सरकारी अस्पताल में और एक जिले के शहादा शहर में। दोनों पर करीब 85 लाख रुपये की लागत आयी है और दोनों संयंत्र क्रमश: फरवरी और मार्च में लगाये गये।

उन्होंने कहा, ‘‘कुल मिलाकर जिले में इस वक्त पांच ऑक्सीजन संयंत्र काम कर रहे हैं और वे हर दिन 48 से 50 लाख लीटर ऑक्सीजन का उत्पादन कर रहे हैं।’’

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com