देवास: शहर के युवा आर्टिस्ट अल्ताफ शेख अयान ने देवास का नाम देश में रोशन किया है। हैदराबाद में दुनिया के सबसे बड़े संग्रहालय में अल्ताफ की पेंटिग लगाई गई है। जिसे उन्होंने 13 माह में तैयार किया है। उन्होंने संसद भवन की एक विशेष पेंटिंग तैयार की है, जिसे हाल ही में हैदराबाद के सालारजंग संग्रहालय में रखा गया है। देश में कुल तीन राष्ट्रीय संग्रहालय है, जिसमें से एक हैदराबाद में स्थित है। यह संग्रहालय दुनिया के सबसे बड़े संग्रहालयों में आता है।
इंस्टालेशन आर्ट के तहत इस पेंटिंग की खासियत यह है कि इसे दोनों ओर से देखा जा सकता है। इस आर्ट को बनाने में एक साल तीन माह का समय लगा। अल्ताफ ने बताया कि इस आर्ट में कीलों पर धागे कसकर धागों पर कोयले के छोटे-छोटे टुकड़े लगाए गए हैं। धागों की 12 लेयर बनाई गई है। 5 से 6 हजार कोयले के छोटे टुकड़े हैं। वहीं 300 कीलों का उपयोग किया गया है। इसके पूर्व वर्ष 2019 में अल्ताफ ने लकड़ी की फ्रेम पर धागों में कोयले के टुकड़े चिपकाकर पेंटिंग (आर्ट) गांधीजी की पेंटिंग बनाई गई थी। जिसे दिल्ली के राष्ट्रीय गांधी संग्रहालय ने बुलवाकर म्यूजियम में रखवाई।
दावा है कि पहली बार कोयले और धागों से पेंटिंग बनाई
अल्लाफ ने बताया कि उनकी यह विधा खुद इजाद की गई। इससे वे आगे चलकर पेटेंड करवाएंगे। उनका दावा पहली बार इस तरह से धागे और कोयले से पेंटिंग तैयार की गई है। पेंटिंग बनाने में करीब 13 माह का वक्त लगा। हर दिन करीब चार से पांच घंटे पेंटिंग बनाते थे। उन्हें बचपन से ही पेंटिंग का शौक था। उन्होंने बताया कि संसद भवन की पेंटिंग बनाने के पीछे मकसद था कि वर्तमान में नई संसद बनाई जा रही है। उनकी सोच है कि इस पेंटिंग के जरिए पुरानी संसद हमेशा जीवंत नजर आए। उन्होंने बताया कि पेंटिंग में खर्चा करीब 5 हजार आता है, लेकिन वक्त ज्यादा लगता है।