सपा सरकार के परिवहन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश को भाजपा ने सपा सरकार के कार्यों का आईना बताया है। भाजपा के प्रदेश महामंत्री विजय बहादुर पाठक ने कहा है कि इससे जाहिर हो गया कि सपा सरकार के गुनहगार रसूखदारों के खिलाफ पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती। दुष्कर्म के आरोपी प्रजापति पर भी मुख्यमंत्री और सपा सरकार ने मुकदमा दर्ज नहीं होने दिया। उन्हें बचाते रहे।
लखनऊ में पत्रकारों से पाठक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सही कहा था कि उत्तर प्रदेश के थाने सपा के कार्यालय बन गये हैं और सपा गुंडों की अनुमति के बिना थानेदार कोई एफआइआर दर्ज नहीं करते। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने पीडि़त महिला के मामले में मुकदमा दर्ज करने का आदेश देकर इस आरोप पर मुहर लगा दी है। दुष्कर्म और हत्या जैसे मामलों में पुलिस का नकारात्मक रवैया और डीजीपी की भूमिका पर सवाल उठाते हुए पाठक ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को कठघरे में खड़ा किया। कहा कि मुख्यमंत्री ने चुनाव अभियान का श्रीगणेश सुलतानपुर से किया। वहां उनके अगल-बगल मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति और विधायक अरुण वर्मा थे। दोनों पर दुष्कर्म का आरोप है और दोनों को बचाने में पुलिस, डीजीपी और सरकार ने कोई कसर नहीं छोड़ी।
पाठक ने कहा कि सुलतानपुर के विधायक पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिला ने सुरक्षा की गुहार लगाई लेकिन, उसे सुरक्षा नहीं मिली और हत्या कर दी गयी। उन्होंने कहा कि प्रजापति के खिलाफ आरोप लगाने वाली महिला को तत्काल सुरक्षा प्रदान की जाए। उन्होंने कहा कि डीजीपी और मुख्य सचिव सपा सरकार के इशारे पर काम कर रहे हैं। उन्होंने आयोग से उन्हें तत्काल हटाने की मांग दोहरायी। उन्होंने कहा कि विडंबना है कि गायत्री प्रजापति पर यौन उत्पीडऩ का आरोप लगाने वाली महिला मुकदमा दर्ज कराने के लिए दर-दर भटकती रही और डीजीपी तक ने कोई सुनवाई नहीं की। पाठक ने कहा कि मुख्यमंत्री सरपरस्ती के चलते विधायक अरुण वर्मा की आज तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी। पाठक ने याद दिलाया कि पूर्व सांसद और बाहुबली अतीक के खिलाफ कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद ही कार्रवाई हुई।
जांच होने पर खुद सामने आ जाएगी सच्चाई : गायत्री
कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका पर न्यायालय से मुकदमा दर्ज करने का आदेश आने के बाद अमेठी में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया। होटल, चाय-पान की दुकानों पर लोग आपस में बात करते हुए दिखाई दिए। दूसरी तरफ सपा कार्यकर्ता मायूस दिखे। आये सर्वोच्च न्यायालय के फैसले से सपा कार्यकर्ता खामोश से दिखे। हालांकि वह विधान सभा चुनाव के मद्देनजर जनसंपर्क में जुटे रहे। अमेठी में तहसील गेट के सामने चाय-पान की दुकानों पर लोग आपस में चर्चाएं करते रहे। कैबिनेट मंत्री शुक्रवार को संग्रामपुर क्षेत्र में भ्रमण पर निकले थे। वहां भी फैसले को लेकर चर्चाएं होती रहीं। पार्टी कार्यालय पर भी इक्कादुक्का लोग ही दिखाई पड़े। सुप्रीम कोर्ट से आए फैसले पर जब कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह भाजपा की साजिश है। सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का सम्मान करता हूं। मामले की गहनता से जांच कराने पर सच्चाई खुद ब खुद सामने आ जाएगी।