नई दिल्ली : बुधवार सुबह की शुरुआत एक बुरी ख़बर से। ख़बर है कि बीती रात सुनील शेट्टी के पिता वीरप्पा शेट्टी का निधन हो गया। वो 93 साल के थे। आथिया इस बात से आहत हैं, क्योंकि आथिया परिवार में अपने दादाजी के सबसे करीब थीं।
आथिया ने अपनी बातचीत में हमेशा यह दोहराया है कि उनकी जीवनशैली को संवारने में उनके दादाजी का सबसे अधिक योगदान रहा है और उन पर सबसे अधिक अपने दादाजी का ही प्रभाव रहा है।
आथिया ने अपनी बातचीत में स्वीकारा कि उनके दादाजी की ज़िंदगी उनके लिए लार्जर देन लाइफ से कम नहीं हैं। वहीं उनके लिए सुपर हीरो रहे हैं। खासतौर से जिस तरह वे मुंबई आये और उन्होंने अपनी जर्नी की शुरुआत की, वे कहानियां सुन कर आथिया ने ज़िंदगी में ग्रॉउंडेड रहना सीखा।
आथिया को अपने दादाजी के साथ सबसे अधिक मज़ा उनके साथ सब्जी खरीदने के लिए मार्किट जाने में आता था। आथिया ने यह भी स्वीकारा कि उनके दादाजी हमेशा इस बात को तवज्जो देते थे कि लड़के-लड़की में कोई भी भेद नहीं होना चाहिए।
उन्होंने अपनी बेटियों को भी बेटों की तरह ही विदेश पढ़ने के लिए भेजा। आथिया के दादाजी हमेशा इस बात पर जोर देते थे कि घर के लड़के-लड़कियां दोनों को ही काम करना चाहिए।
अगर आथिया को वे कभी घर पर देखते तो उसे स्कूल न जाने के लिए टोक दिया करते थे। आथिया ने अपने दादाजी के बारे में एक और बात शेयर की थी कि उनके दादाजी ने ही उन्हें उनके जीवन की पहली डीवीडी लाकर दी थी और वो थी फ़िल्म दिल तो पागल है की। तभी से उन्हें भी फ़िल्मों का शौक लगा और आज वो खुद अभिनेत्री बनने की सफर पर हैं।