धर्मांतरण के मामले में एटीएस द्वारा मो. उमर की गिरफ्तारी पर शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद ने सवाल उठाए हैं। मौलाना ने कहा कि पूर्व में ऐसे कई मामले सामने से आए हैं जब एटीएस द्वारा गिरफ्तार किए गए लोग पाक-साफ निकले हैं। उन्होंने कहा कि धर्मंतारण के जो आरोप लगे हैं और गिरफ्तारियां हुई है इसकी जांच निष्पक्षता और बारीकी से होनी चाहिए।
धर्मांतरण मामले पर मौलाना कल्बे जव्वाद ने कहा कि इस्लाम में जबरन धर्म परिवर्तन मान्य नहीं हैं और मर्जी से किया गया धर्म परिवर्तन गुनाह नहीं है। उन्होंने कहा कि सही मायनों में सबसे पहले पूछताछ उन लोगों से करना चाहिए जिनके धर्म परिवर्तन की बात सामने आ रही हैं क्योंकि वे ही बता पाएंगे कि उन सभी लोगों ने धर्म परिवर्तन किसी के दबाव में या जबरन किया है या फिर उन लोगों ने अपनी मर्जी से इस्लाम धर्म को कुबूल किया। इसलिए जिनका धर्मांतरण हुआ उनसे सवाल जरूरी है। मौलाना ने कहा कि अगर जबरन धर्म परिवर्तन किया गया है तो वह गलत है लेकिन सिर्फ एटीएस की गिरफ्तारी से कोई गुनहगार नहीं होता है। जांच के बाद ही सब साफ हो सकेगा।