तुर्की के इस्तांबुल में शनिवार रात बेसिकतास फुटबॉल स्टेडियम के बाहर दो बम विस्फोट हुए जिनमें 29 लोग मारे गए जबकि कम से कम 166 लोग घायल बताए जा रहे हैं। न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक तुर्की के आंतरिक मंत्री सुलेमान सोएलू ने इसे एक आतंकी हमला करार दिया है।
तुर्की सरकार का कहना है कि फुटबॉल स्टेडियम के बाहर हुआ धमाका आतंकी हमला था, जिसका टारगेट पुलिस और नागरिकों को ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाना था। हालांकि अभी तक किसी संगठन ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है। ऊपर दिए गए वीडियो में भी साफ़ दिखाई दे रहा है कि कैसे दो लड़के पार्क में गिटार बजा रहे होते हैं और इसी दौरान उनके पीछे ये ब्लास्ट होते हैं।
पुलिस को टार्गेट कर किया गया हमला
मिली जानकारी के मुताबिक हमला पुलिस को निशाना बनाने के लिए किया गया था और मारे गए लोगों में पुलिसवाले भी शामिल हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कार में ब्लास्ट तुर्की के दो फेमस फुटबॉल क्लबों के बीच मैच के खत्म होने के दो घंटे बाद हुआ। ब्लास्ट में मरने वालों में भी ज्यादातर पुलिस वाले ही शामिल थे। सरकार ने सिक्युरिटी के मद्देनजर मीडिया पर बैन लगा दिया है। फिलहाल पुलिस ने ब्लास्ट वाली जगह को सीज कर दिया है। वहीं वॉटर कैनन के जरिए कार में लगी आग को बुझाया जा रहा है।
राष्ट्रपति ने की हमले की निंदा
ब्लास्ट के बाद तुर्की के राष्ट्रपति रसिप एर्दोगन ने ट्वीट कर घटना की निंदा की है। साथ ही मरने वालों को श्रद्धांजलि भी दी है। तुर्की के ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर अहमत अरसलन ने ट्वीट कर इस घटना को एक आतंकवादी हमला होने की आशंका जताई है। वहीं खेल मंत्री अकिफ कागाते किलिक ने ट्वीट कर कहा- जो देश की एकता को टारगेट कर रहे हैं, वह कभी नहीं जीतेंगे। तुर्की के गृहमंत्री सुलेमान सोल्यो के मुताबिक पहला ब्लास्ट स्टेडियम के बाहर हुआ। वहीं दूसरा ब्लास्ट मक्का पार्क के पास हुआ। तुर्की ब्रॉडकास्टर एनटीवी के मुताबिक धमाके एक दंगा निरोधक पुलिस वैन को टारगेट कर किया गया था, जो दर्शकों के जाने के बाद स्टेडियम से जा रही थी।