पाकिस्तान पर हमेशा से आतंक को पोसने और उसका साथ देने के आरोप लगते हैं और एक बार फिर उस पर गंभीर आरोप लग रहे हैं। दरअसल तालिबान फिर से अफगानिस्तान में अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है और इसको लेकर पाकिस्तान की बड़ी भूमिका भी सामने आने लगी है।
सालेह ने बताया “पाकिस्तानी वायु सेना ने अफगान सेना और वायु सेना को आधिकारिक चेतावनी जारी की है कि स्पिन बोल्डक क्षेत्र से तालिबान को हटाने के किसी भी कोशिश पर पाकिस्तान वायु सेना का सामना करना होगा।” एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, “इसके अलावा, 215 कोर के हमारे बहादुर कमांडो ने निमरोज में चखनसौर जिले पर फिर से कब्जा कर लिया, सभी तालिबानियों को मार डाला और पिछले हफ्ते गंवाए 10 एपीसी को फिर से ले लिया। अफगानिस्तान बहुत बड़ा है और इसे निगलना पाकिस्तान के बस की बात नहीं।” पाकिस्तान वायु सेना अब तालिबान को कुछ हद तक करीबी हवाई सहायता प्रदान कर रही है।
अफगानिस्तान में क्या हो रहा है?
अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी के साथ ही तालिबान अफगान सुरक्षा बलों पर भारी पड़ रहे हैं। कंधार के अपने पूर्व गढ़ के साथ ही तालिबान ने एक तिहाई जिलों पर कब्जा करने का दावा किया है। बुधवार को, तालिबान ने पाकिस्तान के साथ अफगानिस्तान के प्रमुख सीमा क्रॉसिंग में से एक पर कब्जा कर लिया। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, यह उन सबसे महत्वपूर्ण उद्देश्यों में से एक है जिसे तालिबान ने अब तक देश भर में तेजी से आगे बढ़ने के दौरान हासिल किया है।
‘बिना लड़ाई, आसानी से किया कब्जा’
तालिबान का दावा है कि उसने 421 जिलों में से तिहाई जिलों को अपने नियंत्रण में ले लिया है। इसके प्रांतीय परिषद के सदस्य मोहिब उल रहमान ने कहा है कि उत्तर पूर्व के बदख्शान के कई जिलों को सुरक्षा बलों ने बिना संघर्ष के ही छोड़ दिया। पिछले तीन दिनों में दस जिले ऐसे ही तालिबान ने हासिल किए हैं। तालिबान के प्रवक्ता ने बिना लड़ाई के जिलों को हासिल करने की पुष्टि की है।
इधर, खबर है कि तालिबान ने इलाकों में कब्जा लेते ही नए कानून भी लागू करना शुरू कर दिए हैं। इसमें कहा गया है कि कोई भी महिला घर के बाहर अकेले नहीं निकल सकती है। इसके अलावा मर्दों के लिए दाढ़ी बढ़ाना जरूरी कर दिया गया है।