पंजाब जालंधर महिला डीएसपी का पर्स चुराने के आरोप में पुलिस ने यहां एक टैक्सी ड्राइवर जतिंदर सिंह को गिरफ्तार किया। पिछले 26 महीने से वह डीएसपी का आईकार्ड दिखाकर लोगों को चूना लगाता रहा। रौब झाड़ कभी लोगों से पैसे ऐंठे तो कभी टोल बैरियर से निकला। पुलिस के मुताबिक, सीआईए स्टाफ के इंचार्ज शिव कुमार पठानकोट से आने वाली गाड़ियों की चेकिंग कर रहे थे। ब्लैक फिल्म वाली इनोवा गाड़ी नाके से निकलने लगी तो पुलिस ने रोक ली। इंचार्ज शिव कुमार ने गाड़ी चेक की तो कुछ नहीं मिला। गाड़ी में ड्राइवर का पर्स था। पर्स में महिला डीएसपी का आईकार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस था। पूछने पर ड्राइवर ने डीएसपी को अपनी भाभी फिर दोस्त की भाभी बताया। जब पुलिस ने फोन पर बात करवाने को कहा तो बाेला, मोबाइल नंबर नहीं। पुलिस ने जब सख्ती की तो पूछताछ में उसने चोरी की बात कबूल ली। डीएसपी अमृतसर में तैनात हैं। डीएसपी से बात कि तो उन्होंने बताया कि उनका पर्स कार से चोरी हो गया था। थाना भोगपुर में आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया है। डीएसपी की पहली सैलरी से शॉपिंग की
होशियारपुर की रहने वाली डीएसपी डॉ. मनप्रीत सिंहमार (30) ने थाना सदर फगवाड़ा में चोरी का केस दर्ज करवाया था। उनका कहना था कि वह 2 अप्रैल 2017 को हवेली में एक मैरिज में कार में पर्स छोड़ गई थीं। लौटीं तो पर्स नहीं था। 8 अप्रैल को मोबाइल पर मैसेज आया कि अकाउंट से 12 हजार की शॉपिंग हुई है। डीएसपी की पहली सैलरी आई थी। सैलरी अकाउंट वाला एटीएम नया मिला था तो उन्होंने कार्ड के पीछे लिख दिया था ताकि वह बाद में चेंज कर सकें। बाद में कार्ड चोरी हो गया। शॉपिंग के बाद डीएसपी की शिकायत पर 9 अप्रैल को चोरी का केस दर्ज किया गया था।
चोरी की बात कबूली
पूछताछ में आरोपी जतिंदर ने माना कि वह अप्रैल 2017 में टैक्सी लेकर जीटी रोड पर स्थित हवेली रेस्टॉरेंट में आया था। यहां हवेली के बाहर से उसने महिला डीएसपी मनप्रीत सिंहमार का पर्स चुराया था। वहां एक महिला एस्टीम कार लगाकर हवेली में हो रही मैरिज में चली गई। कार में उनका पर्स रखा था। कार में चाबी लगाई तो गेट खुल गया। कार से पर्स उठा लिया। पर्स महिला डीएसपी का था।
पर्स में आईकार्ड, 2 एटीएम कार्ड, 9 हजार रुपए, पैन कार्ड और अन्य सामान था। एक एटीएम कार्ड के पीछे कोड भी लिखा हुआ था, इसलिए वह 8 अप्रैल को लुधियाना के शॉपिंग मॉल में गया। वहां 12 हजार की शॉपिंग की। एटीएम कार्ड के साथ-साथ बाकी सामान फेंक दिया, मगर डीएसपी का आईकार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस रख लिया। पिछले 26 महीने से टैक्सी लेकर पंजाब से दिल्ली जाता ताे टाेल प्लाजा पर डीएसपी का कार्ड दिखा देता था। काेई पूछता ताे कहता था, मैम पीछे बैठी हैं। गाड़ी में ब्लैक फिल्म लगी होती थी।