सर्दी के मौसम में हृदय रोग का खतरा रहता है। शरीर के तापमान में गिरावट और विटामिन डी के स्तर में कमी और रक्त के गाढ़ेपन में वृद्धि हृदय रोगों का जोखिम बढ़ा देती है। एक विशेषज्ञ ने मंगलवार को बताया कि सर्दियों के दौरान तापमान में अचानक गिरावट के अलावा, तेज हवा और बारिश अक्सर शरीर के तापमान को कम कर देते हैं। इसके कारण रक्तचाप अचानक बढ़ जाता है जिससे दिल के दौरे का जोखिम उत्पन्न हो जाता है।
आनंदपुर के फोर्टिस अस्पताल में सहायक सलाहकार हृदय रोग विशेषज्ञ पृथ्वीराज भट्टाचार्य ने कहा, ’40 वर्ष की आयु से ऊपर के व्यक्तियों को दिल के दौरे का खतरा अधिक होता है। उच्च रक्तचाप से मोटापा, कोलेस्ट्रॉल के स्तर, मधुमेह या अत्यधिक धूम्रपान सर्दियों के दौरान दिल का दौरा पड़ने के मामलों को गति प्रदान करने वाले कारकों में शामिल हैं।’
भट्टाचार्य ने बताया, ‘दिल का दौरा हमेशा चेतावनी के संकेत के साथ नहीं आता है। इसलिए सर्दियों के दौरान नियमित स्वास्थ्य जांच कराना अत्यंत महत्वपूर्ण है। रक्त में ग्लूकोज और कोलेस्ट्रॉल के स्तर का ध्यान रखा जाना चाहिए। इसके अलावा शराब के अनियंत्रित सेवन और जंक फूड से बचना चाहिए।’
बहुत अधिक ठंडे मौसम में, आपको स्वयं को गर्म रखने की कोशिश करनी चाहिए। हृदय रोगियों के लिए आवश्यक है कि इस मौसम में कुछ बातों का खास ख्याल रखें। थोड़ा बहुत शारीरिक व्यायाम अवश्य करें।