बिहार में यास तूफान के साथ ही सियासी ट्वीट ने भी बड़ा तूफान खड़ा किया है। कोरोना और जलभराव को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद और उनकी बेटी रोहिणी आचार्य लगातार ट्विटर वार कर रहे हैं। रोहिणी ने लिखा, ‘बरसाती मेंढक की भांति पटना की बाढ़ में हाफ पैंट में कूद फांद कर पड़ोसियों को मुसीबत में छोड़कर बोरिया बिस्तर लेकर पटना की सड़कों पर जो खड़े थे वह स्वार्थी कहीं दिखाई नहीं दे रहे।
लालू के ट्वीट को शेयर करते हुए मधुबनी आरजेडी ने ट्वीट कर कहा, अगर नीतीश कुमार और मंगल पांडेय को संयुक्त रूप से नोबेल पुरस्कार नहीं मिला तो बड़ा अन्याय होगा! आप क्या बोलते हैं? इस पर जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष एवं भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने कहा, लालटेन की टिमटिमाती रोशनी में जातीय उन्माद से जूझ रहा बिहार आज देश को राह दिखा रहा है।
इसका पूरा श्रेय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जाता है। उनके कुशल एवं दूरदर्शी मार्गदर्शन में राज्य सरकार द्वारा जनहित में लगातार कार्य किया जा रहा है। चौधरी ने कहा, 2005 से पहले बिजली तो छोड़िये, दूर-दराज के टोलों में तार तक नहीं थे लेकिन नीतीश कुमार की देन है कि आज हर एक घर में बिजली है।