कैलिफॉर्निया। अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की नीतियों को लेकर अमेरिका ही नहीं पूरे विश्व में खलबली मची हुई है, लेकिन ताजा मामला किसी देश नही बल्कि एक अमेरिकी दंपति से जुड़ा है। यहां एक 73 साल की एक बुजुर्ग महिला ने अपने 77 साल के पति को इसलिए छोड़ दिया क्योंकि वह ट्रंप का समर्थक था। दोनों 20 साल से एक-दूसरे के साथ थे। फिलहाल वह अपने पति से अलग वॉशिंगटन स्थित अपने अपार्टमेंट में रह रही हैं।
ट्रंप का दीवाना
कैलिफॉर्निया जेल की रिटायर्ड कर्मचारी गेल मैककॉर्मिक ने कहा, पिछले साल एक दिन लंच के दौरान मेरे पति बिल मैककॉर्मिक ने अपने दोस्तों को बताया कि उन्होंने ट्रंप को वोट देने का फैसला किया है। यह सुनकर मैं हैरान रह गई। पीपल मैगजीन से बात करते हुए उन्होंने आगे कहा, मैं सदमे में थी। यह हमारे रिश्ते का अंत था। ट्रंप वाली बात ने हमारे रिश्ते के टूटने में अहम भूमिका निभाई।
गेल कहती हैं, बिल को छोड़ना मेरे जीवन का सबसे कठिन फैसला था। इस फैसले पर अमल करने के लिए हमें महीनों लग गए। यहां तक कि हम काउंसलिंग के लिए भी गए और प्रीस्ट से भी बात की। यह अचानक लिया हुआ फैसला नहीं था।राजनीति में डेमोक्रैटिक रुझान वाली गेल बताती हैं कि बिल से उनकी मुलाकात 1980 में हुई थी, जब वे दोनों एक ही जेल में तैनात थे।
बिल के साथ रिलेशनशिप में उन्हें काफी बंधन महसूस होता था। वह अपनी बात खुलकर नहीं रख पाती थीं। वह कहती हैं, जब चीजें 51 प्रतिशत अच्छी और 49 प्रतिशत बुरी हों तो रिश्ता कायम रखा जा सकता है। मैं थक गई थी और मेरी उम्र भी हो चुकी थी। मैं तर्क-वितर्क नहीं करना चाहती थी, न ही हम दोनों में से कोई खुद को बदलने वाला था।
गेल का कहना है कि जब भी उन दोनों के बीच राजनीतिक मुद्दों पर बात होती तो वह बहस करने की जगह उस सिचुएशन को अवॉइड करना बेहतर समझती थीं, लेकिन जब बात ट्रंप की आई तो वह चुप नहीं रह पाईं। वह कहती हैं, मैं हैरान थी कि बिल हर बात पर ट्रंप से सहमत थे। हालांकि बिल ने आखिर में ट्रंप को वोट नहीं दिया, लेकिन गेल के लिए इस रिश्ते में बने रहना मुमकिन न था।