भारत में शुरू हुए दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान को आज छह महीने पूरे हो गए। इस दौरान तय लक्ष्य के मुकाबले देशभर में नौ करोड़ ज्यादा टीके लगाए जा चुके हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में गुरुवार तक कुल 39.10 करोड़ टीके लगाए गए। बता दें कि देश में 16 जनवरी से वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत हुई थी।
30 करोड़ का था लक्ष्य, 39 करोड़ को लग चुका टीका
पिछले साल 19 दिसंबर को तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा था कि टीकाकरण शुरू होने के छह से सात महीने के भीतर तीस करोड़ टीके लगाए जाने का लक्ष्य है। देश में 16 जनवरी को टीकाकरण की शुरूआत हुई, तब से लेकर आजतक देश में 39.10 करोड़ टीके लगाए जा चुके हैं।
उत्तर प्रदेश में सबसे तेज टीकाकरण
सर्वाधिक जनसंख्या वाले उत्तर प्रदेश में तेजी से टीके लगाए जा रहे हैं। अब तक यहां कुल 3.2 करोड़ लोगों को टीके लगाए जा चुके हैं। दूसरी लहर में उत्तर प्रदेश सर्वाधिक प्रभावित हुए राज्यों में से एक था। तेजी से टीके लगने के कारण अभी यहां संक्रमण दर 0.1% बनी हुई है, यानी हालात नियंत्रण में हैं। टीकाकरण में दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र और तीसरी नंबर पर राजस्थान है। चिंता की बात यह है कि दूसरी लहर में सबसे ज्यादा बेहाल हुई दिल्ली में टीकाकरण दर इतनी कम है कि शीर्ष पांच राज्यों में यह शामिल नहीं।
राज्य – टीके (करोड़)
उत्तर प्रदेश- 3.2
महाराष्ट्र- 2.9
राजस्थान-2.2
गुजरात-2.2
कर्नाटक-2.1
मध्य प्रदेश- 2.0
हर दिन 40 करोड़ टीके लग रहे
केंद्र सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, इस वक्त देश में हर दिन औसतन 40.3 लाख टीके लगाए जा रहे हैं। गुरुवार को 32.10 लाख टीके लगाए गए। टीकाकरण की दर में गिरावट दर्ज की जा रही है, जून के अंतिम सप्ताह में हर दिन औसतन 55.7 लाख टीके लगाए जा रहे थे।
अगला लक्ष्य पाने को गति बढ़ाने की जरूरत : विशेषज्ञ
केंद्र सरकार ने जून में घोषणा की कि इस साल दिसंबर तक देश के सभी वयस्कों को टीका लगा दिया जाएगा। विशेषज्ञों का कहना है कि यह लक्ष्य पाने के लिए हर दिन 86 लाख टीके लगाने की जरूरत है। यानी तय समय तक लक्ष्य पाने के लिए केंद्र सरकार को टीकाकरण की दर दोगुनी करने की जरूरत है। कई अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों का कहना है कि भारत को संक्रमण पर काबू पाने के लिए हर दिन एक करोड़ लोगों को टीका लगाना चाहिए।