देश में कोरोना के दैनिक मामलों में भले ही गिरावट आ रही हो लेकिन कोरोना का कहर अब राज्यों के छोटे-छोटे गांवों तक पहुंच गया है। झारखंड के पलामू जिले के आदिवासी बहुल गांव में पिछले 20 दिनों में 22 मौतें हुई हैं। एक अधिकारी ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि मामले के जांच के आदेश दे दिए हैं।
एक और गांव में 12 दिन में 10 लोगों की मौत
मेदिनीनगर पुलिस थाना क्षेत्र के तहत आने वाले सुआ कोडिया गांव में 22 लोगों की पिछले 20 दिनों में मौत हो गई। इन मौतों के पीछे कोरोना को एक कारण माना जा रहा है लेकिन पीड़ितों को इससे संबंधित कोई इलाज नहीं मिला। इसके अलावा हजारीबाग जिले में भी 12 दिन में 10 लोगों की मौत हुई है।
मौतों की जानकारी लेकिन कारण नहीं पता
यहां भी प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं। हजारीबाग जिले के खुटरा गांव में पिछले 12 दिनों में दस लोगों की मौत हो गई। ये आंकड़ा अपने आप में चौंकाने वाला है। पलामू जिले के उपजिलाधिकारी शशिरंजन ने कहा कि प्रशासन को इन मौतों के बारे में जानकारी है लेकिन मौत के पीछे का कारण नहीं पता।
जांच के आदेश दिए
ये मौतें 25 अप्रैल और 15 मई के बीच हुई हैं। क्षेत्रीय कमिश्नर जटाशंकर चौधरी ने बताया कि उन्होंने उपजिलाधिकारी को गांव में मेडिकल कैंप लगाने के साथ-साथ कोविड-19 टेस्ट की सुविधा प्रदान करने को भी कहा है। इसके अलावा चौधरी ने इस मुद्दे की जांच के आदेश दे दिए हैं। पलामू जिला से भाजपा अध्यक्ष विजयानंद पाठक ने कहा कि गांवों में इन मौतों के पीछे का कारण कोविड-19 हो सकता है। पाठक ने इस मामले की पूर्ण जांच की मांग की है।