हिसार. सातरोड एरिया स्थित मस्तनाथ काॅलोनी के नजदीक तलाब में पानी कम होने पर बीएमपी टैंक में प्रयोग होने वाले 2 रॉकेट सेल मिले हैं। मौके पर बम निरोधक दस्ता बुलाया गया। सेना की टीम मौके पर पहुंची अाैर सेल की जांच कर ट्रक मंगवाकर उसमें रखकर साथ लेकर चली गई।सवाल यह है कि रॉकेट सेल तलाब में कैसे पहुंचे। बता दें कि यह एरिया अति संवेदनशील है। इसके पास और जिले से पाक जासूस और आतंकी भी पकड़े जा चुके हैं। सदर थाना में तैनात एएसआई सुरेंद्र सिंह ने बताया कि सातरोड स्थित मस्तनाथ काॅलोनी में पुराना तलाब है, जिसमें गर्मी के कारण पानी कम हो गया था। इसी एरिया से करीब आधा किलोमीटर दूर आर्मी कैंट है। जांच में पाया कि यह मिस फायरिंग रॉकेट सैल है, जोकि टैंक द्वारा दागा गया, लेकिन चला नहीं।हालांकि उसके अंदर बारूद सुरक्षित है। इसे अपने स्तर पर डिस्पोज ऑफ नहीं कर सकते हैं। आर्मी की मदद लेनी होगी, क्योंकि उनके पास कई किलोमीटर एरिया में फैली सुरक्षित फायरिंग रेंज हैं। उन्होंने भी जांच करने पर पाया कि यह बीएमपी टैंक में प्रयोग होते हैं। मिस फायरिंग के कारण फटे नहीं। टीम ने कैंट से ट्रक मंगवाया और उसमें मिट्टी से भरे पैकेट के बीच रॉकेट सैल रखकर ले गए।