मोहम्मद आसिफ, बर्दवान
पश्चिम बंगाल के बर्दवान मेडिकल कॉलेज, हॉस्पिटल में मंगलवार को एक जूनियर डॉक्टर की कथित लापरवाही से दो महीने के एक बच्चे के सीधे हाथ के अंगूठे का नाखून सहित कुछ हिस्सा कट गया। बच्चे के पिता ने गुरुवार को मेडिकल सुपिरिंटेंडेंट कम वाइस प्रिंसिपल से डॉक्टर की इस लापरवाही के बारे में लिखित शिकायत की है। अस्पताल प्रशासन ने मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय जांच कमिटी बनाई है।
पूर्वी बर्दवान के सिमुलिया गांव के रहने वाले सीतू शेख ने हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, ‘रविवार दोपहर हमने बच्चे को दस्त की वजह से बर्दवान मेडिकल कॉलेज, हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। डॉक्टरों ने सलाइन लगाने के लिए उसके दोनों हाथें और पैरों में तीन-चार बार नस खोजने के लिए चैनल बनाए थे। बाद में बच्चे की उंगली पर पट्टी बांध दी गई। मंगलवार शाम करीब 8 बजे मेरी पत्नी सबीना यास्मिन ने नर्स को बताया कि सैलाइन चैनल काम नहीं कर रहा है। उन्होंने तो पहले कहा कि कोई डॉक्टर फिलहाल उपलब्ध नहीं है। बाद में एक जूनियर डॉक्टर आया, उसने दाएं हाथ के अंगूठे की पट्टी काटने के लिए कैंची चलाई और बच्चे के अंगूठे का सिरा कट गया।’
पट्टी के दौरान पिता की पड़ी नजर
उन्होंने आगे कहा, ‘बच्चे के हाथ से खून बहने लगा तो उसे वे ऑपरेशन थियेटर ले गए। घाव पर पट्टी बांधने के बाद उसे बच्चों के वॉर्ड में शिफ्ट कर दिया गया। बुधवार रात को जब उसे ऑपरेशन थियेटर में पट्टी करने के लिए ले जाया गया उस समय मैं मौजूद था। डॉक्टरों ने जब पट्टी खोली तो मैंने देखा कि अंगूठे का सिरा कटा हुआ है। गुरुवार को मैंने अपनी शिकायत दर्ज करा दी। यह सरासर लापरवाही का मामला है जो अस्पताल में किसी दूसरे बच्चे के साथ नहीं होनी चाहिए।’
अस्पताल और मेडिकल कॉलेज के डेप्युटी सुपरिंटेंडेंट अमिताव साहा ने कहा, ‘शिकायत मिलने के बाद हमने चार सदस्यों की जांच कमिटी बनाई है। हमने बाल रोग विभाग और सर्जरी विभाग से मामले की विस्तृत रिपोर्ट बनाने को कहा है। हमने देखा और पाया कि बच्चे की चोट मामूली है।’