कोरोना की तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य महकमा हाई अलर्ट मोड पर आ गया है। अब संक्रमित प्रवासी कामगारों पर नजर रखी जा रही है। ऐसे छह कामगारों के नमूने जीनोम सिक्वेसिंग के लिए दिल्ली भेजे गए हैं।दूसरी लहर में जिले में डेल्टा
कोरोना की तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य महकमा हाई अलर्ट मोड पर आ गया है। अब संक्रमित प्रवासी कामगारों पर नजर रखी जा रही है। ऐसे छह कामगारों के नमूने जीनोम सिक्वेसिंग के लिए दिल्ली भेजे गए हैं।दूसरी लहर में जिले में डेल्टा
और कप्पा वैरिएंट ने तबाही मचाई थी। अब तीसरी लहर की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। इसको देखते हुए वैरिएंट की पहचान के लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबॉयोलॉजी की टीम ने जीनोम सीक्वेंसिंग जांच के लिए छह नमूने आईजीआईबी दिल्ली (इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बॉयोलॉजी) भेजे हैं। इन सभी मरीजों की ट्रैवल हिस्ट्री है। इन मरीजों में महाराष्ट्र और केरल से आने वाले लोग शामिल हैं।
कुल 81 नमूने जांच के लिए अब तक भेजे जा चुके
बीआरडी मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ अमरेश सिंह ने बताया कि जिन लोगों के नमूने जीनोम सीक्वेसिंग की जांच के लिए भेजे गए है। वह गंभीर श्रेणी के मरीजों के है। इनकी सीटी वैल्यू 25 से कम है। बताया कि अब तक 81 नमूनों की जांच जीनोम सीक्वेसिंग के लिए जा चुकी हैं। इनमें केवल 30 की रिपोर्ट आई है। दो नमूने पहले ही खराब हो चुके हैं। कुल 49 लोगों की रिपोर्ट आनी बाकी है।
20 नमूनों की मिली रिपोर्ट, 13 की हुई थी मौत
डेल्टा, डेल्टा प्लस, कप्पा वैरिएंट के मरीज जिले में मिल भी चुके हैं। इनमें दो मरीज डेल्टा प्लस, 27 डेल्टा और एक कप्पा वैरिएंट के मरीज शामिल हैं। इनमें 13 से अधिक मरीजों की मौत भी हो चुकी है। इस बीच एक बार फिर महाराष्ट्र, केरल और तमिलनाडु में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ने लगी है। ऐसे में शासन के निर्देश पर बाहर से आने वाले मरीजों की कोरोना जांच औरजीनोम सीक्वेसिंग की जांच फैसला लिया गया है। इसके तहत छह नए पॉजिटिव मरीजों के नमूने जीनोम सीक्वेसिंग के लिए भेजे गए हैं।