आज भैया दूज है. आज के दिन बहनें अपने भाई का तिलक करती हैं और उनके अच्छे भविष्य और लम्बी उम्र की कामना करती हैं. मान्यता है इस दिन बहन के घर का खाना खाने से भाई की उम्र बढ़ती है.
रक्षा बंधन की तरह ही भैया दूज का भी अपना ही महत्व है. इसे भाई बहन के प्यार और त्याग के त्योहार के रूप में मनाया जाता है. हिंदू कैलेंडर के मुताबिक भैया दूज कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की द्वितिया को मनाया जाता है, इसे भातृ द्वितिया या यम द्वितिया भी कहते हैं.
यमराज अपनी बहन यमुना से बहुत प्यार करते थे, लेकिन ज्यादा काम होने के कारण अपनी बहन से मिलने नहीं जा पाते. एक दिन यम अपनी बहन की नाराजगी को दूर करने के लिए मिलने चले गए. यमुना अपने भाई को देख खुश हो गईं. भाई के लिए खाना बनाया और आदर सत्कार किया.
बहन का प्यार देखकर यमराज इतने खुश हुए कि उन्होंने यमुना को खूब सारे भेंट दिए. यम जब बहन से मिलने के बाद विदा लेने लगे तो बहन यमुना से कोई भी अपनी इच्छा का वरदान मांगने के लिए कहा. यमुना ने उनके इस आग्रह को सुन कहा कि अगर आप मुझे वर देना ही चाहते हैं तो यही वर दीजिए कि आज के दिन हर साल आप मेरे यहां आए और मेरा आतिथ्य स्वीकार करेंगे. कहा जाता है इसी के बाद हर साल भैया दूज का त्यौहार मनाया जाता है.