चेन्नई। तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता को चेन्नई के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराने से पहले किसी ने उनके पोएज गार्डन आवास पर धक्का दिया था। यह बात एआईएडीएमके नेता और तमिलनाडु के पूर्व स्पीकर पीएच पांडियन ने गुरूवार को कही।
एक अंग्रेजी समाचार पत्र के मुताबिक, पूर्व मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम के आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए पांडियन ने कहा, “अम्मा को किसी ने जोरदार धक्का दे दिया जिसके बाद वहा गिर गई थी। उसके बाद यह कोई नहीं जानता है कि उनके साथ क्या हुआ। एक पुलिस अधिकारी ने एंबुलेंस को कॉल किया और फिर उन्हें अस्पताल ले जाया गया।”
पांडियन ने कहा कि करीब 27 से भी ज्यादा सीसीटीवी कैमरे जयललिता को अस्पताल में भर्ती करने के बाद वहां से हटा दिए गए। अस्पताल प्रबंधकों को इस बात का जवाब देना चाहिए कि उन्होंने ऐसा क्यों किया। उन्होंने कहा कि जयललिता का निधन 4 दिसंबर को तड़के साढ़े चार बजे हुए था लेकिन अस्पताल ने इस बात की घोषणा पांच दिसंबर को की थी। पांडियन इस बात की जानकारी चाह रहे हैं कि कौन से परिवार के सदस्य ने जयललिता का इलाज करने से रोका था।