नईदिल्ली: तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की मौत को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। इस खुलासे ने शशिकला और अम्मा के संबंधों को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है।
एक निजी न्यूज़ चैनल के मुताबिक अन्नाद्रमुक के भीतर के सूत्रों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि शशिकला नटराजन ने जया की मौत को कुछ घंटों तक दबा के रखा। ऐसा इस लिए किया गया ताकि वो अपने हिसाब से नए नेतृत्व का गठन कर सकें।
न्यूज़ चैनेल के मुताबिक रविवार शाम 7.30 बजे जयललिता को दिल का दौरा पड़ा। इसके तक़रीबन तीन घंटे बाद, पार्टी विधायकों और मंत्रियों को बताया गया कि जयललिता की माइनर सर्जरी होनी है।
इसके बाद सोमवार सुबह 4 बजे बताया गया कि अम्मा को सर्जरी के बाद आईसीयू में ले जाया गया है। लेकिन इस दौरान इस बात का विशेष ध्यान रखा गया की शशिकला और पूर्व नौकरशाह शीला बालाकृष्णन के आलावा कोई भी अम्मा के पास न जा सके।
इसके बाद कुछ विधायकों को पता चला कि पूरी रात ईसीएमओ (एक्स्ट्राकॉर्पिरियल मेम्ब्रेन ऑक्सीजेनेशन) डिवाइस को इंस्टॉल करने के लिए जद्दोजहद चलती रही थी, आपको बता दें ईसीएमओ दिल और फेफड़ों के सुचारू ढंग से काम करने के लिए लगाया जाता है।