राजघाट इलाके के हार्वट बंधा तकिया कवलहद में जमीन कब्जा करने को लेकर विवाद हो गया। आरोप है कि दबंगों ने लेखपाल और पुलिस से तालमेल बनाकर पैमाइश करना शुरू कर दिया और विरोध करने पर महिला की झोपड़ी आग लगा दी। स्थानीय लोगों का आरोप एक सपा नेता पर है। हालांकि पुलिस का कहना है कि खुद ही आग लगाकर उसने गलत सूचना दे दी है। सहजनवां के नरौली गांव के मूल निवासी रहे शिवकुमार जजमानी करते थे। उन्हें दान में कई जगह जमीन भी मिली थी। हार्वट बंधा पर करीब चालीस साल पहले दान में मिली जमीन पर शिवकुमार ने एक मंदिर बना लिया और वहीं पर रहने लगे। शिवकुमार के तीन बेटे संत कुमार, साधू और आनंद है। शिवकुमार की मौत के बाद साधू पुजारी बन गए और अन्य दो भाई पास में ही दुकान खोल लिए। जमीन को हांसूपुर के विजय कुमार कुशवाहा और बृज कुमार अपना बताते हैं, इसे लेकर लंबे समय से विवाद भी चल रहा है, मामला न्यायालय में विचाराधीन है। आरोप है कि बृहस्पतिवार को सपा नेता की अगुवाई में पहुंचे लोगों ने कब्जा खाली कराने की कोशिश की और पुलिस की मौजूदगी में ही झोपड़ी को आग के हवाले कर दिया। जमीन लक्ष्मी नाम की एक महिला ने गुजर बसर के लिए चायपानी की दुकान खोली थी और बगल में ही उसकी ही झोपड़ी थी। सूचना पाकर पहुंची डायल-100 की पुलिस ने मामले को शांत कराया। उधर, इंस्पेक्टर राजघाट का कहना है कि एसडीएम के आदेश पर पैमाइश करने के लिए लोग गए हुए थे। इसी दौरान विवाद हो गया और महिला ने खुद ही झोपड़ी को जला दिया है।