पूर्वांचल सहित बिहार में मनाए जाने वाला महापर्व छठ के पूजा के लिए दुकानें सज गई है,बलिया शहर से लेकर कस्बो की बाजार सोमवार से गुलजार होने लगे है।
नगर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र के बाजाराें में सूर्य षष्ठी व्रत (डाला छठ) की तैयारी शुरू हो गई है। बाजारों में जहां दूकानें सजने लगी है, वहीं घरों में छठ मइया के गीत गाकर महिलाएं अनाज को पीसने कूटने में लग गई है। बाजार में कपड़ों और साड़ियों की खरीददारी भी तेज हो गई है।
सूर्य षष्ठी व्रत आगामी 26 अक्तूबर दिन गुरुवार को होना है। जिसके लिए नगर में तीन दिन के लिए ठेला खोमचा वाले दूकानदारों को दूकान लगाने की अनुमति जिला प्रशासन द्वारा प्रदान की गई है। इसके मद्देनजर स्टेशन से चौक तक दूकानदारों ने अपना-अपना ठेला लगाकर कब्जा जमा लिया है। नगर में नारियल, अन्नानास, बड़ा नींबू, गन्ना, सेव, संतरा, सुपली, दउरी आदि की दूकानें लग गई है। इस दौरान महिलाओं ने सुपली, दउरी, नारियल, चावल, चिउरा, गुड़, चना, चीनी, घी आदि की खरीददारी की।
हालांकि सोमवार को बाजार में अभी उतनी भीड़ नहीं दिख रही थी। साड़ी और रेडीमेड दुकानों लोगो ने आज जमकर खरीददारी किया। महिलाएं बाजार में जाकर जहां फल आदि खरीद रही है। वहीं कपड़ों के खरीद-फरोख्त पर अधिक पैसे खर्च कर रही है। नगर के साड़ी के दूकानदारों ने नए तरह के साड़ियों की डिमांड को देखते हुए मेला लगा रखा है। दूकानदार संजय जयसवाल एवं ठाकुर जी की मानें तो छठ पर्व के मद्देनजर हर तरह की साड़ियां मंगाए हैं।