नई दिल्ली । बाजार में ‘चिल्ड्रन मनी बैंक’ के नाम से बिकने वाले 2 हजार रुपये के नोटों ने रामपुरा के व्यापारी मुकेश कुमार को सोने के नकली सिक्कों की आड़ में लोगों को ठगने वाले गिरोह से बचा लिया। रामपुरा मेन मार्केट में मुकेश की दुकान है। इस कार्य में उनका बेटा भी सहयोग करता है। जनवरी से उनकी दुकान पर दो पुरुष और एक महिला ने आना शुरू किया। कुछ दिन बाद दोनों पुरुषों ने उस महिला को अपनी बहन बता परिचय कराया। बताया कि वे मजदूरी करते है और महिला ही दुकान से राशन व अन्य सामान ले जाएगी।
मुकेश के मुताबिक, जनवरी और फरवरी के मध्य तक वह कई बार राशन लेने आए। इस दौरान वे मना करने के बावजूद पैर छूकर जाते थे। इस बीच एक दिन बातों ही बातों में उन लोगो ने बताया कि पंजाब में एक कोठी तोड़ी थी, जिसमें एक मटका मिला था। मटके में काफी सोना-चांदी था, जिसे अब वे बेचना चाहते है।
बातों में फंस गया व्यापारी
मुकेश ने बताया कि वे पहले सोने के कुछ सिक्के लाए। जांच के बाद पता चला कि सिक्के असली है। इससे भरोसा और मजबूत हो गया। कुछ दिन बाद उन लोगों ने मुकेश से कहा कि एक सिक्के की कीमत बाजार में चार हजार रुपये है, जिसे वे लोंग उन्हें तीन हजार रुपये में दे देंगे। इसके बाद उन लोगों ने मुकेश को अधिक सिक्के देने के लिए धौलाकुआं बुलाया। लेकिन मुकेश पास इतनी रकम नहीं थी कि वह सिक्के खरीद सके। हालांकि, उनके खाते में एक लाख रुपये थे, लेकिन उनके मन में डर भी था कि कहीं सोने के सिक्के नकली तो नहीं होंगे।
चूरन वाले नोट ने बचाया
मुकेश ने बताया कि कुछ दिन पहले ही उनके बेटे ने दो हजार रुपये के चूरन वाले नोट दिखाए थे, जो बाजार में ‘चिल्ड्रन मनी बैंक’ के नाम से बिक रहे थे। 250 रुपये में 20 लाख रुपये के चूरन वाले नोट खरीद लिए और गत रविवार को धौलाकुआं पहुंच गए। वहां ठग पहले से मौजूद थे। इसके बाद ठगों ने पॉलीथीन में रखे चूरन वाले नोट को असली समझ कर ले लिया और सोने के सिक्कों से भरा थैला पकड़ा दिया। जांच कराने पर पता चला कि सिक्के नकली थे। मुकेश ने बताया कि वे कई बार इस संबंध में पुलिस अधिकारियों को अवगत करा चुके है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जाती है।
मेवात से जुड़े हैं तार
सोने के नकली सिक्के और सोने की ईंट आदि को असली बताकर लोगों को ठगने वाले ठगों के तार मेवात से जुड़े हैं, इसका पर्दाफाश कई बार दिल्ली, हरियाणा एवं राजस्थान पुलिस कर चुकी है। इस तरह से ठगी करने वाले मोबाइल से फोन कर अपने शिकार को एक स्थान बुलाते हैं। पहले सोने के असली सिक्के दिखाते हैं और बाद में नकली सिक्के थमाकर नकदी लेकर फरार हो जाते हैं।