नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने कहा है कि उनका देश उत्तरी कोरिया से निपटने के लिए अकेले ही तैयार है। ट्रंप ने कहा कि अगर चीन साथ मिलकर उत्तरी कोरिया ने परमाणु कार्यक्रम पर सख्त कार्रवाई नहीं करता, तो अमेरिका अकेले ही इसपर कदम उठाएगा।
– इसी हफ्ते ट्रंप की मुलाकात चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से होने वाली है। चीन के राष्ट्रपति अमेरिका के दौरे पर आने वाले हैं। यहां फ्लोरिडा में दोनों राष्ट्राध्यक्षों की मुलाकात होनी है। दोनों के बीच होने वाली इस मीटिंग पर दुनिया की निगाहें टिकी हुई हैं।
– ट्रंप अपने चुनाव अभियान के समय से ही चीन के खिलाफ कई सख्त बयान दे चुके हैं। माना जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच होने वाली मुलाकात में उत्तरी कोरिया को लेकर भी बातचीत होगी। ऐसे में इस मीटिंग से चंद दिनों पहले उनके द्वारा उत्तरी कोरिया पर अकेले कार्रवाई करने जैसा बयान देना काफी अहमियत
रखता है। यह बयान संकेत हो सकता है कि अमेरिका आने वाले दिनों में उत्तरी कोरिया के खिलाफ बड़ा कदम उठा सकता है।
– ट्रंप ने आगे कहा, ‘उत्तरी कोरिया पर चीन का काफी मजबूत प्रभाव है। चीन को फैसला करना होगा कि या तो उत्तरी कोरिया के खिलाफ हमारी मदद करे, या फिर ना करे। अगर चीन इस मसले पर हमारे साथ रहता है, तो यह चीन के लिए बहुत अच्छा होगा। अगर वह हमारी मदद नहीं करता, तो यह किसी के लिए भी अच्छा नहीं होगा।’
– ट्रंप और चिनफिंग के बीच बातचीत के जो मुद्दे सबसे अहम हैं, उनमें दक्षिणी चीन सागर क्षेत्र का विवाद और उत्तरी कोरिया काफी अहम हैं। यह पूछे जाने पर कि वह उत्तरी कोरिया को नियंत्रण में लेने की क्या रणनीति अपनाएंगे, ट्रंप ने जवाब दिया, ‘यह तो मैं आपको नहीं बताऊंगा। आप जानते हैं कि मैं पहले के अमेरिका की तरह नहीं हूं कि पहले ही बता दूं कि हम मध्यपूर्व में इस जगह पर हमला करने जा रहे हैं।’