शहर की चार टंकियों से शनिवार को जल वितरण नहीं किया और चार अन्य टंकियां कम मात्रा में भर सकी। इस कारण आठ टंकियों से जुड़ी कालोनियों और क्षेत्रों के लोगों को या तो पानी नहीं मिल पाया, या बहुत कम मात्रा में मिला। शुक्रवार को नर्मदा प्रथम और द्वितीय चरण के पंप दोपहर से रात तक बंद रहे थे, जिसके कारण यह परेशानी हुई।
शनिवार को मुख्य रूप से पश्चिम क्षेत्र में जल वितरण का कार्य होना था, इसलिए प्रभावित होने वाली ज्यादातर टंकियां उसी क्षेत्र की हैं। नर्मदा परियोजना (शहर) के कार्यपालन यंत्री संजीव श्रीवास्तव ने बताया कि जो टंकियां पूरी तरह खाली रही, उनमें अगरबत्ती काम्प्लेक्स, भक्त प्रह्लाद नगर, सुभाष चौक और द्रविड़ नगर टंकियां शामिल हैं।
इन टंकियों से जुड़े इलाकों में एक बूंद पानी नहीं बंटा गया, जिससे लोगों को पानी के लिए परेशान होना पड़ा। जो टंकियां कम मात्रा में भर पाईं, उनमें राजमोहल्ला (1.20 मीटर), सदर बाजार (एक मीटर), छत्रीबाग और लोकमान्य नगर (दोनों तीन-तीन मीटर) टंकियां शामिल रही। इन चारों टंकियों से जुड़े क्षेत्रों में कम दबाव, कम समय और कम मात्रा में जलापूर्ति की गई।
सामान्य दिनों में इन टंकियों को चार से साढ़े चार मीटर तक भरा जाता है। शुक्रवार को महू के कैंट क्षेत्र में 1200 एमएम व्यास की लाइन में लीकेज सुधार और इंटेकवेल के पावर ग्रिड में जंपर सुधार और इंसुलेटर के नवीनीकरण के लिए नर्मदा प्रथम और द्वितीय चरण के पंप दोपहर 12 से रात आठ बजे तक बंद रहे थे। इस कारण शहर को दोनों चरणों का पानी नहीं मिला और टंकियां खाली रह गई थीं