घने कोहरे ने शनिवार को भी दोपहर तक आम जन-जीवन अस्त-व्यस्त किए रखा। लोगों को गंतव्य तक निकलने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा। जिनके पास अपने निजी वाहन नहीं थे, वे बस व टैक्सी के इंतजार में कई घंटे तक भटकने को विवश हुए। सरकारी व निजी दफ्तरों की उपस्थिति पर भी कोहरे का असर शनिवार सुबह साफ दिखाई पड़ा। दोपहर बाद धूप निकलने से लोगों ने राहत महसूस की।
गौरतलब है कि जिले में कई दिनों से कड़ाके की ठंड पड़ रही है। कोहरे का दौर तो लगभग एक सप्ताह से चल रहा है लेकिन दो-तीन दिनों से दोपहर बाद निकलने वाली धूप से लोग राहत भी महसूस कर रहे हैं। शनिवार की सुबह भी घने कोहरे से हुई। लोगों की नींद खुली तो घना कोहरा पसरा हुआ था। कोहरा का सबसे ज्यादा असर यातायात पर पड़ रहा है।
लोगों को पूर्वाह्न तक वाहनों की हेड लाइट जलाकर चलना पड़ा। कई मार्गों पर लोगों को टैक्सी का काफी देर तक इंतजार करना पड़ा। स्कूल के लिए निकले बच्चों को भी काफी कठिनाई हुई। कोहरे के चलते ठंड का असर भी अधिक महसूस हुआ। यह बात अलग थी कि दोपहर बाद धूप निकलने से लोगों ने राहत महसूस की।
शनिवार को जिला अस्पताल पहुंचे तीमारदार ठंड में बेहाल नजर आए। कई तीमारदार ऐसे थे जो अस्पताल के बाहर अलाव की तलाश करते रहे लेकिन निराशा ही मिली। बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन आदि क्षेत्रों में भी अलाव नहीं जल पा रहे। उधर अपर जिलाधिकारी रामसूरत पांडेय ने कहा कि अलाव मुख्यालय पर भी जल रहे हैं। जरूरत पड़ी तो संख्या बढ़वाई जाएगी।