गोरखपुर के खोराबार में गोरखपुर विकास प्राधिकरण द्वारा अधिग्रहित जमीन पर विद्युत सब स्टेशन के लिए निर्माण कार्य को गए इंजीनियरों के साथ स्थानीय ग्रामीणों का विवाद हो गया। आक्रोशित ग्रामीणों ने बिजली निगम के इंजीनियर की गाड़ी का शीशा तोड़ दिया। इसके बाद पुलिस फोर्स की मौजूदगी में ग्रामीणों को खदेड़ा गया। पुलिस की मौजूदगी में सब स्टेशन के निर्माण का कार्य शुरू हुआ। उधर, बिजली निगम के इंजीनियर की तहरीर पर खोराबार पुलिस ने दो नामजद समेत अज्ञात के खिलाफ सरकारी काम में बाधा समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
खोराबार में जीडीए द्वारा अधिग्रहित जमीन पर विद्युत सब स्टेशन बनाने की जिम्मेदारी बिजली निगम को दी गई है। निगम के इंजीनियर जब भी पहुंचते हैं मुआवजे की मांग को लेकर नाराज ग्रामीण उनसे उलझते हैं। विरोध की आशंका के बीच निगम और जीडीए के अधिकारी पुलिस और पीएसी के साथ शनिवार को पहुंचे। जेसीबी द्वारा नींव की गई खुदाई के समय कुछ ग्रामीण अधिकारियों से बात करने के लिए मौके पर पहुंचे। उनकी मांग थी कि बिना मुआवजा दिये ही प्राधिकरण द्वारा निर्माण कार्य कराया जा रहा है। ऐसे में पहले मुआवजे के विवाद को खत्म किया जाए। आक्रोशित ग्रामीणों को पीएसी एवं पुलिस के जवानों ने लाठी भांजकर भगा दिया। मौके पर ग्रामीणों की तरफ से पक्ष रखने आए भाजपा नेता संतोष सिंह व एक अन्य ग्रामीण को पुलिस पकड़कर बिठा लिया। हालांकि देर शाम उन्हें छोड़ दिया गया।आरोप है कि उक्त दोनों लोगों बिजली निगम के एक्सईएन रामसुरेश की सरकारी गाड़ी का शीशा तोड़ दिया। इंजीनियरों से मारपीट की भी कोशिश की गई। ग्रामीणों के उग्र विरोध की सूचना पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सुमित महाजन एवं सदर तहसीलदार डॉ.संजीव दीक्षित भी मौके पर पहुंचे। इंजीनियर ने सरकारी काम में बाधा डालने का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी है। अभियंता अपनी टीम के साथ वापस खोराबार थाने आए। दिन में डेढ़ बजे भारी पुलिस बल के साथ अधिकारी फिर पहुंचे और जेसीबी से नींव की खुदाई का काम शुरू हुआ। अधिशासी अभियंता की गाड़ी का शीशा तोड़ने और मारने-पीटने के आरोप के सम्बंध में इंस्पेक्टर खोराबार राहुल कुमार सिंह का कहना है कि अभियंता की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया हैं। इस दौरान खोराबार के नायब तहसीलदार (मजिस्ट्रेट) राधेश्याम गुप्त, कानूनगो प्रदुम्न सिंह, कानूनगो वीरबहादुर सिंह, कानूनगो घनश्याम शुक्ल आदि मौजूद रहे।
इन धाराओं में दर्ज हुआ मुकदमा
बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता रामसुरेश के साथ मारपीट और उनकी गाड़ी का शीशा तोड़ने के मामले में पुलिस ने दो नामजद समेत 25 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस गाली गलौज करने, मारने पीटने, सरकारी काम में बाधा डालने, सरकारी काम का अवज्ञा करने, जान मारने की धमकी का मुकदमा दर्ज किया है। नामजद संतोष सिंह एवं शैलेन्द्र सिंह को खोराबार पुलिस ने हिरासत में लिया गया। हालांकि देर शाम उन्हें छोड़ दिया गया।
कुछ लोगों ने हमारे ड्राइवर को पीटा और उसका मोबाइल फोन छीनकर तोड़ दिया। मेरे साथ ही बदसलूकी की गई। थाने में तहरीर दे दी गई है। काम अब नहीं रुकेगा। रविवार को पुलिस की मौजूदगी में काम होगा। जेसीबी से जमीन का सीमांकन करा दिया गया है। बिजली निगम नागरिकों की सुविधा के लिए ही पारेषण उपकेंद्र का निर्माण करा रहा है।