नगर निगम के कान्हा उपवन की गायों के गोबर के बने एक एक लाख दीयों से शुक्रवार को गोमती का झूलेघाट रोशन होगा। दीपावली से ठीक एक दिन पहले गोमय दीपावली मनाई जाएगी। अब तक शहरवासी 50 हजार से अधिक गोबर के दीये निगम से खरीद चुके हैं। साथ ही गोबर से बनी लक्ष्मी गणेश की मूर्तियां भी बेची जा रही हैं।
नगर आयुक्त अजय द्विवेदी ने बताया कि इन दीपों के जरिए लक्ष्मी-गणेश, नगर निगम व अन्य शब्द रेखांकित किये जाएंगे। बहुत से लोगों को यह आशंका है कि गोबर के दीये हैं तो यह खुद भी जल सकते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। इन दीयों में 20 प्रतिशत मिट्टी भी है। पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए शुरू किए गए इस प्रयास से स्वयं सहायता समूह की करीब 500 महिलाओं को रोजगार भी मिला है।
घर बैठे मंगा सकते हैं गोबर के दीये
नगर आयुक्त ने बताया कि शहरवासी घर बैठे ऑनलाइन या कॉल करके दीये मंगवा सकते हैं। निगम के स्वच्छता चैंपियंस उनको घर पर पहुंचाने का काम कर रहे हैं। रोजाना करीब 50 हजार दीये निगम तैयार कर सकता है। प्रमुख बाजार और मॉल में भी गोमय दीप उपलब्ध हैं। ट्विटर एवं फेसबुक से मार्केटिंग की गई है। यह दीये ऑनलाइन विक्रय हेतु उपलब्ध हैं।
नगर निगम के कंट्रोल रूम 0522-2307783, 82, 70, 6389300137, 138, 139 पर कॉल कर ऑर्डर बुक कराये जा सकते हैं। अब तक करीब 50 हजार दीप विक्रय किये जा चुके हैं। इसके अलावा 6,500 गोमय दीप तथा 300 गोमय लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों के ऑनलाइन ऑर्डर मिल चुके हैं।