लाहौर। पूर्व पाकिस्तानी तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने कहा कि स्पॉट फिक्सिंग में प्रतिबंध के बाद पाकिस्तान ने खेलने का मौका दिया और अब मोहम्मद आमिर के लिए उसका बदला चुकाना का समय था। मैं इस बात से पूरी तरह से निराश हूं कि आमिर उस उम्र में संन्यास ले रहे हैं जहां ये खिलाड़ी अपने करियर के चरम पर है।
उन्होनें कहा कि आमिर के लिए पाकिस्तान का बदला चुकाने का समय आ गया था। जब टेस्ट मैचों में पाकिस्तान की जीत का प्रतिशत खराब है तो टीम को आमिर के सहयोग की जरूरत थी। उन्हें पाकिस्तान को कुछ सीरीज जीतने में मदद करनी चाहिए थी जैसे मैंने इंग्लैंड और न्यूजीलैंड में पाकिस्तान को सीरीज जीतने में मदद की थी। अगर मैं पाकिस्तान चयन बोर्ड का हिस्सा होता तो मैं इस लड़के को किसी भी प्रारूप में खेलने की अनुमति नहीं देता। कई बार ऐसा होता है जब आपको पैसा कमाना चाहिए लेकिन यह वह समय है जब पाकिस्तान को आपकी जरूरत है।
उन्होंने कहा कि मैं पाकिस्तान बोर्ड से इस मामले को देखने का अनुरोध करता हूं। आमिर सिर्फ 27 साल के हैं और उनके संन्यास से हमें खिलाड़यिों की मानसिकता का पता चलता है। मुझे लगता है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के लिए इस मामले को देखने का समय है ताकि वे गतिशील और ऊर्जावान लोगों को टीम में ला सकें। ये सभी खिलाड़ी सिर्फ टी-20 गेंदबाज बनना चाहते हैं। यह तथ्य है। आमिर, वहाब रियाज, हसन अली सभी खिलाड़ी केवल टी-20 में खेलना चाहते हैं। वनडे में खेलना भी उनके लिए एक बड़ा काम लगता है।