गुरु गोबिंद सिंह के 350वें जन्मदिन पर सिंगापुर में शुक्रवार से चार दिवसीय महोत्सव की शुरुआत हुई। ‘स्ट्रेट टाइम्स’ की शुक्रवार की रिपोर्ट के अनुसार, 2002 में शुरू हुए इस द्विवार्षिक कार्यक्रम के लिए आसपास के हजारों सिख श्रद्धालुओं के ‘नाम रस कीर्तन दरबार’ में जुटने की संभावना है।
गुरु गोबिंद सिंह 10वें सिख गुरु थे और जिन्हें एक साहित्यिक प्रतिभा के रूप में जाना जाता है।
इस शुल्क मुक्त कार्यक्रम में संगीत और सिख धर्म के इतिहास पर एक प्रदर्शनी भी आयोजित हो रही है।
सिंगापुर के गुरुद्वारों में स्वयंसेवकों द्वारा शुल्क मुक्त शाकाहारी भोजन को भी परोसा जाएगा।
यहां गुरु गोबिंद सिंह द्वारा इस्तेमाल किए गए 300 साल पुराने घड़े को एक पवित्र अवशेष के तौर पर प्रदर्शित किया जाएगा। वहीं अन्य आकर्षण में अमृतसर के स्वर्ण मंदिर की एक लघु कागज प्रतिकृति की झलक देखने को मिलेगी।
दक्षिण एशिया के बाहर सबसे बड़े सिख समारोहों में से इस कार्यक्रम में 20,000 से अधिक लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। कार्यक्रम का एक लाइव फीड फेसबुक पर प्रसारित किया जाएगा।
यह कार्यक्रम विभिन्न देशों में रह रहे
कई सिखों के लिए अपने समुदाय से मिलने का एक अच्छा अवसर होता है।
शंधाई में रहने वाले अश्मित सिंह ने बताया,
“सिंगापुर हमेशा हमारे घर जैसा रहा है। यह घर वापस आने का एक अच्छा मौका है। यहां हम एक-दूसरे से मिलते हैं और दोबारा एक समुदाय का हिस्सा बनते हैं।”