राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने गुरुग्राम में एक लग्जरी कार तस्करी रैकेट कै भंडाफोड़ किया है, जिसने राजनयिकों के नाम पर भारत में रेंज रोवर, लैंड क्रूजर जैसी 20 कारों की तस्करी करके 25 करोड़ रुपये से अधिक की टैक्स चोरी की थी।
भारत आते ही इन कारों को निजी व्यक्तियों को बेच दिया जाता था। मामले में गुरुग्राम स्थित लग्जरी कार डीलरशिप बिग बॉय टॉयज के सीईओ निपुण मिगलानी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। डीआरआई के अनुसार, निदेशालय को सूचना मिली थी कि कुछ लोग राजनयिकों के नाम पर भारत में हाई-एंड लग्जरी कारों की तस्करी में जुटे हैं। ये लोग बाद में इन कारों को सामान्य लोगों को बेच देते हैं। इससे भारी मात्रा में सीमा शुल्क की चोरी हुई है।
इसके बाद निदेशालय ने ‘ऑपरेशन मोंटे कार्लो’ शुरू किया। एक अफ्रीकी राष्ट्र के दिल्ली स्थित राजनयिक के नाम पर आयात की गई ऐसी ही एक लग्जरी कार के बारे में सटीक सूचना मिलने पर डीआरआई के अधिकारियों ने पोर्ट पर वाहन के आगमन के बाद उस पर पैनी नजर रखी। सीमा शुल्क अधिनियम 1962 के प्रावधानों के तहत कुल छह कारों को जब्त किया गया है। वहीं, बिग बॉय टॉयज के संस्थापक और एमडी जतिन आहूजा ने बताया कि उनकी कंपनी ने तत्काल प्रभाव से मिगलानी को सीईओ के पद से हटा दिया है।
दुबई का है मास्टरमाइंड
डीआरआई द्वारा की गई जांच में पता चला है कि पिछले सीमा शुल्क अपराधों में लिप्त दुबई का एक व्यक्ति इस रैकेट का मास्टरमाइंड है। वह राजनयिकों के नाम पर ब्रिटेन, जापान और यूएई जैसे देशों से भारत में लग्जरी कारों के आयात की व्यवस्था करता है।
राजनयिकों पर नहीं लगता टैक्स
मालूम हो कि सरकार भारत में राजनयिक मिशनों के सदस्यों के कुछ वर्गों और उनके परिवार के सदस्यों को सभी आयातित वस्तुओं पर (अधिसूचना संख्या 03/57 दिनांक 08.01.1957 के तहत) सीमा शुल्क से छूट प्रदान करती है।