गौरतलब है कि राज्य के कई हिस्सों में हाल के दिनों में शराब के खिलाफ महिलाओं के आंदोलन में तेजी आई है और शराबबंदी के समर्थन में वे सड़कों पर उतरीं हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले चरण में नर्मदा नदी के किनारे पांच किलोमीटर के दायरे में शराब की बिक्री बंद की जा चुकी है। अगले चरण में रिहायशी इलाकों, शैक्षणिक संस्थानों और धार्मिक स्थलों के पास शराब की बिक्री बंद की जाएगी। चौहान ने दोहराया कि राज्य में जल्द ही नशा मुक्ति अभियान चलाया जाएगा।
पिछले एक महीने से राज्य के इंदौर, सागर, बुरहानपुर, छतरपुर, विदिशा, नरसिंहपुर, सतना, मोरेना, देवास सहित अन्य शहरों से शराब की दुकानों के खिलाफ जबर्दस्त आंदोलन चल रहा है। 5 अप्रैल को प्रदर्शनकारियों ने रायसेन जिले में कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया था, जब आबकारी विभाग द्वारा हाईवे के किनारे से दुकानों को हटाकर रिहायशी इलाकों में शिफ्ट किया जा रहा था।