जिला जेल में बंद प्रदर्शनकारियों की रिहाई के लिए धरना देने जा रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने शनिवार को लाठीचार्ज किया और उन्हें गिरफ्तार कर कोतवाली ले गई। इससे विरोधी दलों में आक्रोश व्याप्त है। शनिवार को कांग्रेस जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय से रैली निकालकर सरजू पांडे पार्क में धरना देने जा रहे थे। तभी कार्यकर्ताओं को धारा 144 लागू होने का हवाला देते हुए पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और पुलिस की गाड़ी में बैठाने लगे। यह देख कांग्रेस कार्यकर्ता सड़क पर लेट गए और धरना देने लगे।
इस दौरान पुलिस ने काफी समझाने-बुझाने का प्रयास किया, लेकिन कार्यकर्ता अपनी जिद पर अड़े रहे। मजबूरन पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। पुलिस कार्रवाई से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में आक्रोश व्याप्त है। बता दें देश में शांति व अमन चयन बहाल करने के उद्देश्य से चौरी चोरा से दिल्ली के राजघाट तक जाने वाली प्रदर्शनकारियों की पदयात्रा बीते मंगलवार को जिले में घुसते ही रोक दी गई।
इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। कार्रवाई के दूसरे दिन प्रदर्शनकारी जेल में भूख हड़ताल शुरू कर दी। खबर बाहर आते ही प्रशासन में खलबली मच गई थी। शुक्रवार को देर रात जेल प्रशासन ने किसी तरह उन्हें समझा-बुझाकर भूख हड़ताल को खत्म कराया। कुल नौ प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है।
उसी दिन से ही कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता पुलिस कार्रवाई से काफी नाराज हैं। कार्यकर्ताओं का कहना है कि शासन और जिला प्रशासन किसी को भी अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ने से रोक रही है, यह गलत है। कांग्रेस पार्टी के साथ ही प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार करने और जेल भेजने का विरोध समाजवादी पार्टी भी कर रही है। सपा नेताओं ने भी इस कार्रवाई को गलत ठहराते हुए पुलिस की निंदा की है।