रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा के संसदीय क्षेत्र के रेलवे के जिम्मेदार अधिकारी की हत्या कर दी गई। गाजीपुर जिले के जमानियां स्टेशन मास्टर मनबोधन सिंह (59) की गोली मार कर हत्या कर दी गई।
यह घटना उनके पैतृक गांव बक्सर(बिहार) के मुफस्सिल थाने के तुर्कचकिया गांव में कल रात की है। उनकी किसी से कोई अदावत नहीं थी। वह इसी वर्ष पहली अप्रैल को रिटायर्ड होने वाले थे। वह साप्ताहिक अवकाश पर घर गए थे। सुबह उन्हें अपने रिटायरमेंट के कागजात वगैरह पूरे कराने के लिए मंडल मुख्यालय दानापुर जाना था। रात में अपने छोटे बेटे तेजनारायण सिंह के साथ कमरे में सोए थे। करीब साढ़े 12 बजे उनके सीने में एक गोली मारी गई। घरवालों के मुताबिक घर से कुछ ही दूर स्थित बक्सर सदर अस्पताल में उन्हें ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया।
इस सिलसिले में बक्सर के मुफस्सिल थाने में अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। स्टेशन प्रबंधक वी सिंह ने बताया कि ड्यूटी करने के बाद मनबोधन सिंह वारदात वाले दिन सुबह पंजाब मेल से घर गए थे। उन्हें दूसरे दिन दानापुर में बैंक का काम कराना था। लिहाजा जरूरी कागजात वगैरह भी ले गए थे। इसी बीच उनकी हत्या की खबर मिली। वह जमानियां रेलवे स्टेशन पर पिछले दो साल से तैनात थे।
गाजीपुर के जमानियां रेलवे स्टेशन मास्टर मनबोध सिंह काफी मिलनसार थे। विभागीय कर्मी उनका सम्मान करते थे। उनकी हत्या से रेलवे स्टेशन के कर्मचारी हैरान हैं। माना जा रहा है कि उनकी हत्या किसी अति करीबी ने ही की होगी। घटनास्थल पर लूटपाट के कोई निशान नहीं मिली है। फिर उनको बिल्कुल करीब से सीने में गोली मीरी गई है। गोली सीने को चीरते हुए निकल गई है।
घरवालों का कहना है कि उन्हें सिर्फ गोली चलने की आवाज सुनाई पड़ी। मौके पर जब वह पहुंचे तो दूसरा कोई नहीं था। अपने बिस्तर पर मनबोधन सिंह खून से लथपथ पड़े थे। बक्सर पुलिस के लिए सवाल है कि हत्यारे का मकसद क्या था। मनबोधन सिंह रिटायरमेंट से पहले अपने पुश्तैनी मकान के नवनिर्माण का काम पूरा करा लेना चाहते थे।