बिहार के गया में नक्सली पोस्टर मिलने से ग्रामीणों में दहशत फैल गयी है। भाकपा माओवादी नक्सली संगठन ने इमामगंज थाना क्षेत्र स्टेट हाइवे 69 के किनारे पुल और यात्री शेड में पोस्टर चिपकाकर बरहा जंगल में कोबरा के साथ हुए मुठभेड़ को फर्जी बताया है। पर्चे में नक्सली संगठन ने पुलिस पर साजिश के तहत हत्या करने का आरोप लगाया है।
बता दें कि प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) ने मुठभेड़ में चार नक्सलियों के मारे जाने के खिलाफ बंद का ऐलान किया है। संगठन के बिहार-झारखंड रिजनल कमेटी की ओर से 24-25 मार्च को दक्षिण बिहार और पश्चिमी झारखंड में बंद बुलाया है। भाकपा (माओवादी) के बिहार-झारखंड रिजनल कमेटी की ओर से प्रेस बयान जारी कर बंद की जानकारी दी गई है।
16 मार्च को गया जिले के डुमरिया के मोनवार गांव में कोबरा के साथ मुठभेड़ में अमरेश सिंह भोक्ता, उदय पासवान, सीता भुइयां और शिवपूजन यादव मारे गए थे। मौके से 3 एके 47 और एक इंसास राइफल बरामद हुई थी। मुठभेड़ पर सवाल खड़ा करते हुए भाकपा (माओवादी) ने बंद बुलाया है। आवश्यक सेवाओं के अलावा बारात वाली गाड़ियां और प्रेस को बंद से मुक्त रखा गया है।