बलिया – केंद्र व राज्य सरकार ने नदियों के जल को शुद्ध और अविरल बनाने की बीड़ा उठाया है। बलिया से निकला गंगा रथ कानपुर की ओर लगातार आगे बढ़ रहा है। यह रथ 27 जिले, 21 नगर निकाय, 1038 ग्राम पंचायतों 1650 राजस्व गावों से गुजरते हुए कुल 1358 किमी की दूरी तय कर 31 जनवरी तक कानपुर पहुंचेगा। बलिया की क्रांतिकारी धरती पर गंगा यात्रा के जरिए मिले संदेशों को जनपदवासी भी शुभ मान रहे हैं।
आने वाले दिनों में गंगा का जल को पीने योग्य बनाकर उसे घर-घर पहुंचाने की बात पर बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी सहित अन्य वक्ताओं ने भी मुहर लगाई। जनसभा के मंच से उन्होंने यह दावा किया कि केंद्र सरकार नदियों के जल को शुद्धकर उसकी सप्लाई घर-घर देने की तैयारी में हैं। इस तरह का कार्य जयप्रकाशनगर से सटे आरा बिहार की सीमा में आने वाले महुली गंगा घाट पर बहुत पहले से सभी को देखने को भी मिल रहा है। यहां लंबे समय से गंगा का जल ही घर-घर सप्लाई दिया जाता है।
सवाल यह निकला कि क्या कोई जन्म देने वाली अपनी मां के ऊपर कोई कूड़ा-कचरा डालते देख सकता हैं। यदि नहीं तो गंगा में कूड़ा-कचरा डालते कोई कैसे देख लेता है। अंतिम शब्दों में राज्यपाल ने जोड़ा था कि सभी को गंगा को अपनी मां की तरह ही समझना होगा, तभी सरकार के प्रयास भी फलीभूत होंगे। देश की नदियां जीवित होंगी, नदी के तटों पर जैविक खेती हो पाएगी, नदी के जल को सभी लोग पी सकेंगे, इसलिए पूरी प्रकृति को हमें अपना परिवार समझना होगा, तभी हम सुरक्षित हैं।